बीएसपी के सहारनपुर के जिला अध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद के द्वारा जारी प्रेस रिलीज में कहा गया कि बीएसपी अनुशासित पार्टी है, अनुशासनहीनता व दबाव की राजनीति को कतई भी बर्दास्त नहीं करती है। इमरान को पार्टी में अनुशासनहीनता अपनाने और पार्टी विरोधी गतिविधियों के बारे में कई बार चेतावनी भी दी गई थी। लेकिन इसके बावजूद भी इनकी कार्यशैली में कोई सुधार नही आया। इन्होंने ये सब किया जिसे ध्यान में रखते हुए आज पूर्व विधायक इमरान मसूद को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
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पार्टी पर दबाव बनाकर लिया था मेयर का टिकट
प्रेस रिलीज में लिखा है कि इमरान ने यूपी नगर निकाय चुनाव में सहारनपुर मेयर की टिकट अपने परिवार के सदस्य को देने के लिए दबाव बनाया था। इस दौरान इनको इस शर्त पर मेयर पद का टिकट दिया गया कि यदि इनके परिवार का सदस्य मेयर का चुनाव हार जाता है तो फिर इनको लोकसभा का टिकट नहीं दिया जाएगा। यदि वह मेयर का चुनाव जीत जाता है तो तब लोकसभा सहारनपुर के टिकट देने का इनके बारे में जरूर सोच-विचार किया जाएगा।
दरअसल पिछले साल 19 अक्टूबर को इमरान मसूद ने बसपा ज्वाइन की थी। इसके बाद मायावती ने इमरान मसूद को वेस्ट यूपी का बसपा को-ऑर्डिनेटर बनाया था। कुछ दिन पहले इमरान मसूद ने एक निजी चैनल से बात करते कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की तारीफ की। इसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि वह एक बार फिर से कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। इसी बीच खबर आई कि इमरान मसूद और राहुल की दिल्ली में मुलाकात भी हुई है। हालांकि, सूत्रों की मानें तो वह सहारनपुर से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।