घटनाक्रम के अनुसार गाजियाबाद के थाना विजय नगर इलाके की सेक्टर 9 कॉलोनी के रहने वाले 35 वर्षीय अमित यादव अपने 60 वर्षीय पिता बाबू लाल यादव और 58 वर्षीय माता के साथ वेगनआर से गांव डिडौली जा रहे थे। सुबह करीब 11:30 बजे इनकी कार नहाल की झाल के पास पहुंची ,तो अचानक ही सामने से डंपर आया। डंपर से बचने के लिए इन्हाेंने अपनी गाड़ी को नहर के किनारे की ओर माेड़ा ताे वह नहर में समा गई।
आसपास के लोगों के ने यह देखकर तुरंत घटना की सूचना पुलिस काे दी। माैके पर पहुंचे दाे पुलसकर्मियों ने नहर में छलांग लगा दी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस दौरान नरेंद्र नाम का सिपाही और एक उसका साथी दोनों गश्त पर थे। सबसे पहले वही मौके पर पहुंचे। दोनों ने ही नहर में कूदकर गाड़ी में फंसे तीनों लोगों को स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला लेकिन तब तक काफी देर हाे चुकी थी। अमित और उसके पिता की मौत हो चुकी थी।
इनकी माता काे भी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दर्दनाक हादसे की खबर इलाके में आग की तरह फैली और आसपास के लोग भी मौके पर इकट्ठा हो गए। पुलिस ने उनके परिजनों को सूचना देने के बाद मृतकों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं।
यह जानकारी जैसे ही परिजनों को मिली तो उनके घर में कोहराम मच गया क्योंकि अमित और उसके पिता ही घर के मुखिया थे । अमित के रिश्तेदार राहुल ने बताया कि अमित यादव चाणक्य चौक पर कृष्णा रेस्टोरेंट के नाम से रेस्टोरेंट चलाते थे। अमित का छोटे भाई का कुछ समय पहले एक्सीडेंट हुआ था, जो कि गंभीर रूप से घायल है और अभी भी वह बेड पर ही है। अमित अपने माता-पिता के साथ आज अपने भाई की ही दवाई लेने जा रहे थे तभी यह दर्दनाक हादसा हुआ है।