सहारनपुर-मुजफ्फरनगर मार्ग पर स्थित देवबंद उपकारागार में हेड वार्डन के पद पर तैनात मुन्ना खां ने कोतवाली में तहरीर देते हुए कहा कि वह उपकारागार परिसर क्षेत्र में स्थित सरकारी क्वार्टर में अपने परिवार के साथ रह रहा है। एक जनवरी की रात को वह घर में सो रहा था। इसी दौरान कुछ युवकों ने उसका दरवाजा खटखटाया और जेल के अंदर एक कैदी की हालत खराब होने की बात कही। युवकों की आवाज न पहचानने पर जब उसने दरवाजा नहीं खोला तो युवकों ने धक्का देकर दरवाजा तोड़ डाला आैर अंदर घुसकर उसके सिर पर मसकट की बट से हमला कर दिया। साथ ही वार्डर के पैर में भी गोली मार दी, जिसमें वह बेहोश हो गया। विरोध करने पर पत्नी मेहरुनिसा के साथ भी जमकर मारपीट की गई। पीड़ित दंपती का आरोप है कि इस दौरान आरोपियों ने मौके पर कई राउंड हवाई फायरिंग की, जिससे जेल परिसर में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी पीड़ित हेडवार्डन के पुत्र द्वारा पुलिस को दी गई। पीड़ित परिवार के मुताबिक सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटना स्थल से 17 खोखे बरामद किए हैं, लेकिन अब पुलिस मामले को रफा-दफा करने के चक्कर में लगी रही। शुक्रवार को मामला मीडिया में आने के बाद हरकत में आई पुलिस ने एसएसपी के आदेश पर हेड वार्डन व उसकी पत्नी के ऊपर हुए जानलेवा हमले की जांच शुरू की। वहीं जेलर एनपी सिंह ने फायरिंग की घटना से इंकार करते हुए हेडवार्डन के साथ केवल मारपीट होने की बात स्वीकारी। कहा कि जेल प्रशासन द्वारा तथ्यों के आधार पर जांच कराई जा रही है। वहीं प्रभारी निरीक्षक अभिषेक सिरोही ने कहा कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच जारी है। जल्द ही घटना का राजफाश कर दिया जाएगा।
तीन तलाक बिल को लेकर पहली बार मुस्लिम महिलाआें ने पीएम मोदी को दी ये चेतावनी, देखें वीडियो- पुलिस पर उठे सवाल जनवरी को जेल कॉलोनी में हथियारबंद युवकों का सरकारी आवास में घुसना, हेड वार्डन को पीटना और गोली मारकर फायरिंग करते हुए फरार हो जाने की घटना आश्चर्यचकित करने वाली है। इतना ही नहीं फायरिंग होने के बाद भी बंदियों की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा जवाबी कार्रवाई न करना अपने आप में सवाल खड़े करता है। जेल प्रबंधन जांच की बात कर घटना से पल्ला झाड़ता नजर आ रहा है तो वहीं घटना की जानकारी होने के बाद भी पुलिस का तीन दिन तक चुप रहना भी सवालों के घेरे में है।
जब इस संबंध मे एसएसपी सहारनपुर से बात की तो उन्होंने कहा मामले की गंभीरता के साथ जांच कराई जा रही है। घायल वार्डन की ओर से मिली तहरीर के आधार पर देवबंद पुलिस घटना का राजफाश करने में लगी है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। अगर पुलिस की जरा भी लापरवाही सामने आई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होगी।