सहारनपुर के नकुड़ थाना क्षेत्र के गांव मच्छरहेड़ी के रहने वाले विपुल सैनी पर आरोप है कि उसने मध्यप्रदेश निवासी अपने साथी अरमान मलिक के साथ मिलकर भारत निर्वाचन आयोग ( ECI ) की वेबसाइट ( Website ) को हैक किया और हजारों की संख्या में आईकार्ड बना डाले। दिल्ली से मिले इनपुट के बाद सहारनपुर पुलिस की साइबर सैल ने विपुल सैनी को गिरफ्तार किया और उसके घर से मिले दो कम्प्यूटर भी जब्त कर लिए। विपुल को पुलिस ने स्थानीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जहां से उसे न्यायहिक हिरासत में जेल भेज दिया। अब विपुल से केंद्रीय जांच एजेंसियां भी पूछताछ करेंगी इसके लिए उसका रिमांट वारंट लिए जाने की तैयारी चल रही हैं।
इसी बीच विपुल के गांव में हर नुक्कड़ पर उसी की ही चर्चा है। लोग विपुल को लेकर तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं लेकिन कोई भी कैमरे को सामने बोलने को बिल्कुल भी तैयार नहीं है। यह अलग बात है कि कैमरा बंद करने पर लोगों ने कहा कि विपुल ऐसा नहीं कर सकता, पूरे मामले की सही जांच होनी चाहिए। गांव के अंदर विपुल सैनी का आलीशान मकान है। घर पर विपुल के पिता रामकुमार सैनी घर पर मौजूद मिले। पूछने पर उन्होंने बताया कि बुधवार की दोपहर को पुलिस आई थी। विपुल अपने कमरे में था। कुछ नहीं बताया और उठाकर ले गई।
बाद में बताया कि उनके बेटे ने भारत निर्वाचन आयोग की वैबसाइट को हैक किया है। रामकुमार सैनी का कहना है कि उनका बेटा निर्दोश हैं वह घर से बाहर भी नहीं जाता था। उसका बाहर आना-जाना भी नहीं था। उसे फंसाया जा रहा है। एक सवाल पर रामकुमार सैनी ने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर आरोप सही पाए गए ताे अपने बेटे से रिश्ता तोड़ देंगे लेकिन सभी आरोप निराधार हैं उनके बेटे को फंसाया जा रहा है। रामकुमार सैनी का बैंक में मिली रकम और ट्राजेंक्शन पर कहना है कि वह सारा रुपया खेती-बाड़ी का है। पुलिस चाहे तो जांच करा लें।