सरसावा से लेकर सहारनपुर तक और पड़ोसी राज्य की हरियाणा से लेकर उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की सीमा तक करीब सात हजार अनुयायी व्यवस्था संभालने का काम करेंगे। हैरान कर देने वाली बात ये है कि जो सहारनपुर हर रोज जाम का दंश झेलता है उसी सहारनपुर में 9 और 10 मार्च को छह लाख लोग बाहर आ रहे हैं और इस अवधि में यहां जाम नहीं लगेगा। ऐसा पहली बार नहीं है पूर्व में भी पिलखनी स्थित राधा स्वामी सत्संग घर में प्रोग्राम हुआ है तो व्यवस्था इसी तरह से बनाई गई।
डेरा सेवकों के अनुसार बाबा गुरिंद्र सिंह ढिल्लो 9 मार्च की सुबह करीब 9:30 बजे पिलखनी स्थित मेजर सेंटर में पाठ करेंगे और सत्संग करेंगे। इसके बाद प्रश्नोत्तरी सत्र चलेगा और बाबा यहां बच्चों के प्रश्नों के उत्तर देंगे। इसके बाद वो खुली कार से संगत के बीच जाकर दर्शन देंगे। अगले दिन यानी 10 मार्च को मुख्य सत्संग होगा जिसे बाबा खुद करेंगे। यहां अनुयायियों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। जो लोग जमीन पर नहीं बैठ सकते उनके लिए कुर्सियों की व्यवस्था की गई है। जो भागदौड़ नहीं कर सकते उनके लिए भोजन की व्यवस्था में सेवादार लगाए गए हैं। इस तरह से पूरी व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं की इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी कर दी गई हैं और जिन स्कूलों में परीक्षाएँ चल रही थी उनकी परीक्षाएँ भी स्थगित कर दी गई हैं।