यानी साफ है कि अब लॉक डाउन में चोरों की भी प्राथमिकताएं भी बदल गई हैं। चोरों के लिए महंगी वस्तुएं प्राथमिकता नहीं रही। अब उनकी प्राथमिकता भी पेट भरना हाे गई है। सरसावा थाना पुलिस ने जिन तीन युवकों काे गेहूं चाेरी करने के आराेपों में गिरफ्तार किया है उन्हाेंने अपने नाम सालिम पुत्र साबिर निवासी माेहल्ला मिर्धान, शाैकीन पुत्र रमजानी और जॉनी पुत्र जान माेहम्मद बताए हैं।
पुलिस के अनुसार पकड़े गए तीनों युवकों ने करीब चार कुंतल गेहूं चाेरी किए जाने की घटना अंजाम देने की बात कबूली है। इसी आधार पर पुलिस ने दाेनाें काे न्यायलय के समक्ष पेश किया जहां से इन्हे जेल भेज दिया गया है। सरसावा थाना प्रभाारी अशाेक साेलंकी का कहना है कि पकड़े गए युवक आदतन अपराधी हैं। पूर्व में भी चाेरी की घटनाओं काे अंजाम देते रहे हैं लेकिन यह पहली बार है जब इन्हाेंने गेहूं की चाेरी की है।
टंकी से ही निकाल लिए थे गेहूं सरसावा के माेहल्ला पूर्वी अफगानान निवासी सुशील सैनी के घेर से पिछले सप्ताह गेहूं की चाेरी हुई थी। इन्हाेंने गेहूं टंकी में रखा हुआ था लेकिन चाेर टंकी के अंदर घुसकर ही उसमें से करीब तीन कुंतल गेहूं चाेरी कर ले गए थे। इसी तरह से दूसरी घटना पंजाबी माेहल्ला के रहने वाले अर्जुन खुराना के यहां हुई। इन्हाेंने धोने के बाद गेहूं काे घर के बाहर सूखने के लिए रखा था लेकिन दिन दहाड़े ही किसी ने इनके गेहूं चाेरी कर लिए गए।