scriptलॉकडाउन में भूखे मरने की नाैबत, साेना चांदी नहीं, गेहूं चुरा रहे चाेर | Criminals stealing wheat in lock-down | Patrika News
सहारनपुर

लॉकडाउन में भूखे मरने की नाैबत, साेना चांदी नहीं, गेहूं चुरा रहे चाेर

Highlights

लॉकडाउन में पेट भरना हुआ पहली प्राथमिकता
चोरों की आदत बदलने से पुलिस भी अब हैरान

सहारनपुरMay 29, 2020 / 10:48 am

shivmani tyagi

chor.jpg

chor

सहारनपुर।

‘ना मांगू साेना चांदी,

ना मांगू घोड़ा गाड़ी,

ये मेरे किस काम के’

हिंदी फिल्म का यह सुपरहिट गीत तो आपने सुना ही हाेगा। लॉकडाउन ( Lock down ) में चोरों की हालत भी कुछ ही हाे गई है। अब चोर साेना-चांदी और गाड़ी नहीं बल्कि गेहूं चुरा रहे हैं। चोरों की चाेरी करने की आदत में अचानक हुए इस बदलाव काे देखकर पुलिस भी हैरान है। सहारनपुर पुलिस ने तीन ऐसे युवकों काे गिरफ्तार किया है जिन्हाेंने पिछले दिनों गेहूं चाेरी की घटनाओं काे अंजाम दिया था।
यह भी पढ़ें

Ghaziabad: लॉकडाउन के बीच दो पक्ष भिड़े, फायरिंग में गोली लगने से ढेर हुआ एक युवक

यानी साफ है कि अब लॉक डाउन में चोरों की भी प्राथमिकताएं भी बदल गई हैं। चोरों के लिए महंगी वस्तुएं प्राथमिकता नहीं रही। अब उनकी प्राथमिकता भी पेट भरना हाे गई है। सरसावा थाना पुलिस ने जिन तीन युवकों काे गेहूं चाेरी करने के आराेपों में गिरफ्तार किया है उन्हाेंने अपने नाम सालिम पुत्र साबिर निवासी माेहल्ला मिर्धान, शाैकीन पुत्र रमजानी और जॉनी पुत्र जान माेहम्मद बताए हैं।
यह भी पढ़ें

सुसाइड से पहले बनाया वीडियो, कहा- मोहल्ले वालों से मास्क लगाने को कहा तो बेरहमी से पीटा, योगी जी उन्हें मत छोड़ना

पुलिस के अनुसार पकड़े गए तीनों युवकों ने करीब चार कुंतल गेहूं चाेरी किए जाने की घटना अंजाम देने की बात कबूली है। इसी आधार पर पुलिस ने दाेनाें काे न्यायलय के समक्ष पेश किया जहां से इन्हे जेल भेज दिया गया है। सरसावा थाना प्रभाारी अशाेक साेलंकी का कहना है कि पकड़े गए युवक आदतन अपराधी हैं। पूर्व में भी चाेरी की घटनाओं काे अंजाम देते रहे हैं लेकिन यह पहली बार है जब इन्हाेंने गेहूं की चाेरी की है।
टंकी से ही निकाल लिए थे गेहूं

सरसावा के माेहल्ला पूर्वी अफगानान निवासी सुशील सैनी के घेर से पिछले सप्ताह गेहूं की चाेरी हुई थी। इन्हाेंने गेहूं टंकी में रखा हुआ था लेकिन चाेर टंकी के अंदर घुसकर ही उसमें से करीब तीन कुंतल गेहूं चाेरी कर ले गए थे। इसी तरह से दूसरी घटना पंजाबी माेहल्ला के रहने वाले अर्जुन खुराना के यहां हुई। इन्हाेंने धोने के बाद गेहूं काे घर के बाहर सूखने के लिए रखा था लेकिन दिन दहाड़े ही किसी ने इनके गेहूं चाेरी कर लिए गए।

Hindi News / Saharanpur / लॉकडाउन में भूखे मरने की नाैबत, साेना चांदी नहीं, गेहूं चुरा रहे चाेर

ट्रेंडिंग वीडियो