मामला तीतरों थाना क्षेत्र का है। तीतरों कस्बे के रहने वाले एक युगल के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। इनकी प्रेम कहानी परिवार वालाें काे पसंद नहीं थी। दोनों एक ही बिरादरी के थे। दाेनों पुलिस के पास पहुंचे और सुरक्षा की गुहार लगाई। दोनों ने पुलिस काे बताया कि वह शादी करना चाहते हैं लेकिन परिजन नहीं मान रहे।
इस पर पुलिस ने दाेनों के परिजनों से बात की और तीतरों के एक रविदांस मंदिर में दाेनाें की शादी करा दी। इस दाेनों के परिवार वालों के साथ-साथ पुलिस ने भी इस प्रेमी युगल काे आशीर्वाद दिया। जब दोनों पुलिस थाने पहुंचे ताे पुलिस ने दोनों के परिवार वालाें काे थाने ही बुला लिया। कस्बे के कुछ अन्य लाेग भी आ गए।
यहां पुलिस और कस्बावासियों के बीच तय हुआ कि दाेनों बालिग हैं और अपना भला-बुरा जानते हैं। दोनों काे अपने भविष्य और शादी का निर्णय करने का पूरा अधिकार है। इस तरह सभी की सहमति से दोनों की पुलिस ने मंदिर में शादी कराई।