सहारनपुर में वर्तमान में 1831 एक्टिव केस हैं यानी 1831 रोगियों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इनमें से कुछ लोगों को होम आइसोलेट भी किया गया है। अब तक यहां 5259 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। 3428 और राेगी स्वस्थ हो चुके हैं जिन्हें स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई लेकिन 1831 एक्टिव के सभी भी सहारनपुर में मौजूद हैं।
बुधवार को जो रिपोर्ट आई है उसके मुताबिक सहारनपुर में तीन स्वास्थ्य कर्मियों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है। अगर बुधवार के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो बुधवार को 126 नए मामले सामने आए और 96 रोगियों को ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई। इस तरह सहारनपुर में अब तक 5259 मरीज सामने आ चुके हैं और इनमें से 3228 एक होने के बाद अपने घरों को लौट चुके हैं। एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या यहां 1831 है और अब तक सहारनपुर में 56 रोगियों की मौत हो चुकी है। 805 से अधिक लोग हो हाेम आईसोलेट हैं, करीब 1000 से अधिक मरीज अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं।
सहारनपुर में जिस तेजी से कोरोनावायरस का ग्राफ ऊपर उठ रहा है ऐसे में अगर वायरस के फैलने पर काबू नहीं किया गया तो यहां संसाधन कम पड़ सकते हैं। यह आशंका यूं ही नहीं जताई जा रही। दरअसल सहारनपुर में राजकीय मेडिकल कॉलेज में लाल 300, ग्लोकल मेडिकल कॉलेज में 400 फतेहपुर में 50 और बिहारीगढ़ क्षेत्र में स्थित कोविड-19 अस्पतालों में 500 बेड हैं।
ऐसे में साफ है कि अगर लगातार यहां मरीज बढ़ते हैं तो संसाधन कम पड़ सकते हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीएस साेढी का कहना है कि कोरोना मरीजों की संख्या भले ही बढ़ रही हो लेकिन यहां पर रिकवरी रेट भी अच्छा है। लगातार मरीज ठीक होकर अपने घर जा रहे हैं, उन्हें छुट्टी दी जा रही है।