घर में नहीं थी पैर रखने की जगह भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर के घर पर उनकी मां अौर कई राज्यों से आए साथियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान घर में पैर रखने की भी जगह नहीं थी। मां भी अपने बेटे की रिहाई पर काफी भावुक दिखी। उनकी आंखों में अांसू थे और खुशी छिपाए नहीं छिप रही थी। इस माहौल में बीच-बीच में जय-जय-जय भीम और बच्चा-बच्चा भीम का नारे भी लगते रहे। माहौल में काफी जोश दौड़ रहा था और कमरा मोबाइल फाेन की रोशनी से चमक रहा था। कई लोग इस दौरान चंद्रशेखर के साथ सेल्फी लेते भी दिखे।
देखें वीडियो : भीम आर्मी के चीफ चेंद्रशेखर उर्फ रावण से एनएसए यूपी सरकार ने लिया वापस अब बहुत खुश हूं इस दौरान चंद्रशेखर की मां ने कहा, बहुत अच्छा लग रहा है। हम बहुत खुश है। चंद्रशेखर जेल चला गया तो बहुत परेशानी हुई। अब बहुत खुशी हुई। मेरी औलाद बाहर आ गई। सही सलामत घर आ गया। अब मैं बहुत खुश हूं।
इस दौरान चंद्रशेखर ने आंखों में आसूं लिए अपनी मां को गले लगा लिया।
योगी आदित्यनाथ को देखा तो यकीन हुआ उनसे जब पूछा गया कि उन्हें चंद्रशेखर की रिहाई का कब पता चला तो उन्होंने कहा, रात करीब 8 बजे करीब उनको चंद्रशेखर की रिहाई का पता चला। जब तक यकीन नहीं आया। फेर मैंने योगी नाथ को देखा। योगी नाथ ने कहा- हमने चंद्रशेखर रिहा कर दिया। इसके बाद यकीन हुआ।
चंद्रशेखर ने नहीं शुरू की लड़ाई इसके बाद उनसे पूछा गया कि उनकी चंद्रशेखर से क्या बात हुई यहां आने के बाद तो उन्होंने कहा, अभी तक इसने कुछ नहीं कहा। बात भी नहीं करने दे रहे हैं लोग। बहुत प्रयास किया है बच्चों ने। बहुत मेहनत की है। मेहनत का फल मीठा मिला है। मेरा एक चंद्रशेखर नहीं, मेरे अनेक चंद्रशेखर हैं। सब मेरे बच्चे हैं। इन्होंने अपना बहुत बड़ा योगदान दिया है। ऐसा ही योगदान देते रहे तो कहीं न कहीं पहुंचेंगे।
उनकी मां ने कहा, चंद्रशेखर ने लड़ाई नहीं शुरू की। उसको लड़वाया गया। उसे राजपूतों ने लड़वाया।
चंद्रशेखर बोले, मिशन के जितने भी लोग हैं, उनकी मां मेरी मां हैं इस पर पीछे बैठे चंद्रशेखर फाैरन बोले, भैया ये सीधे-साधे लोग हैं। आपकी भाषा नहीं समझते। इन्होंने हमें बहुत पहले बलिदान कर दिया था। ये मां हैं, इसलिए इनको थोड़ी बहुत परेशान होगी। इन्होंने मुझे जन्म दिया है। इस मिशन के जितने भी लोग हैं, उनकी मां मेरी मां हैं। मेरी कोशिश है कि मैं किसी को भी नाराज न करूं। किसी मां को शिकायत न हो। इसे थोड़ी सी परेशानी होती है क्योंकि यह मां है। ये इतनी बार जेल आई मुझसे मिलने। मैंने कई बार कहा, तुम चली जाओ मुझे दिक्कत होती है। जेल में जब आती थी तो घर की समस्याएं बताती थी, मुझे अच्छा नहीं लगता था।