इस वीडियो में माविया ( माविया अली देवबंद ) यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि उनके लिए धर्म पहले हैं। सबसे पहले हम मुसलमान हैं, हिन्दुस्तानी दूसरे नंबर हैं। कानून और संविधान का टकराव हाेता है ताे हम इस्लाम के साथ है। हम वफादार नहीं हैं वफादार ताे कुत्ते हाेते हैं हम इस देश के मालिक हैं। संबित पात्रा के इस ट्वीट पर अब माविया ने जो ताजा बयान दिया है उसमें उन्होंने यही कहा है कि मैं अपने बयान पर अडिग हूं और 2 वर्ष पहले मैंने जो कहा था मैं आज भी वही कहता ईश्वर अल्लाह संविधान से बड़े हैं। संबित पात्रा के इस ट्वीट के बाद एक बार फिर से यह मुद्दा गरमा गया है। लखनऊ से लेकर दिल्ली तक इस ट्वीट की चर्चा हाे रही है।
जानिए क्या है पूरा मामला संबित पात्रा ( bjp sambit patra ) ने जो ट्वीट किया है उसमें उन्होंने माविया अली की 2017 की एक वीडियो अपलोड की है। इस ट्वीट में संबित पात्रा ने लिखा है कि कांग्रेस का आला नेता नसीमुद्दीन सिद्धकी कह रहे हैं कि हम पहले मुसलमान हैं बाद में हिंदुस्तानी हैं। इस्लाम से टकराने वाले संविधान को भी हम नहीं मानेंगे। यह कहते हुए उन्हाेंने माविया अली के पुराने वीडियो काे दिखाते हुए कहा है कि, देखिए माविया अली ने भी यह कहा है। इस तरह leader sambit patra ने लिखा है कि कांग्रेस और सपा भाई बहन हैं और दोनों ने कभी एक दूसरे का विरोध नहीं किया। इस ट्वीट काे संबित पात्रा ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी
Priyanka Gandhi और राहुल गांधी Priyanka Gandhi काे भी टोग किया है।
पूर्व विधायक माविया अली ने भी इस ट्वीट का पलटवार करते हुए कहा है कि, वह आज भी अपने पुराने बयान पर अडिग हैं कायम हैं। बाेले कि, संबित पात्रा को अपना ज्ञान बढ़ाना चाहिए। यह कहते हुए माविया ने कहा कि, इसका प्रमाण यह है कि, जब हम सदन में संविधान की रक्षा की शपथ लेते हैं तो ईश्वर या अल्लाह के नाम से लेते हैं। इससे ही साफ है कि ईश्वर और अल्लाह संविधान से बड़े हैं।
माविया ने लगाया आराेप इतना ही नहीं माविया अली ने ट्वीट काे संबित पात्रा के पाले में ही डालने की काेशिश करते हुए कहा कि, कुर्सी बचाने के लिए देश को बांटने का षड्यंत्र किया जा रहा है। यह भी कहा कि संबित पात्रा लाेगाे काे बहकाने की काेशिश कर रहे हैं वह मुस्लिम लीग के मित्र लाेग हैं, ये लाेग जिन्ना के मित्र हैं, जिन्ना के भाई हैं। यह भी कहा कि मुस्लिम लीग और
आरएसएस भाई-भाई हैं। मुस्लिम लीग अलग देश लेकर बैठ गई और आरएसएस देश काे अलग करना चाह रही है धर्म के आधार पर जिसे हम हाेने नहीं देंगे।