देवबंद क्षेत्रीय अधिकारी अजयपाल शर्मा ने बताया कि हमने चंद्रशेखर को हिरासत में नहीं लिया है। बस उनकी रैली रुकवाई गई थी। इस दौरान उनकी तबियत खराब हुई तो उन्हें अस्पताल भर्ती कराया गया। अब वह अस्पताल से कहीं भी जा सकते हैं। हमने जो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया उसके लिए नोटिस जारी किए जाएंगे। वहीं मेरठ एसपी सिटी अखिलेश नारायण का कहना है कि चंद्रशेखर एक दरोगा और दो कांस्टेबल भेजे गए हैं। वह इनकी निगरानी में रहेंगे।
वहीं भीम आर्मी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंजित नोटियाल का कहना है कि गुरुवार को भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने पदाधिकारियों के नेतृत्व में हुंकार रैली मेरठ से शुरू की है, जो अब गाजियाबाद होते हुए दिल्ली पहुंचेगी। इस रैली में चंद्रशेखर भी शामिल होने पहुंचेंगे।
बता दें कि बुधवार शाम कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी चंद्रशेखर से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान प्रियंका ने कहा था कि उन्हें चंद्रशेखर का जोश और संघर्ष पसंद है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह एक गैर राजनीतिक मुलाकात है और सरकार युवाओं की आवाज दबाने का काम कर रही है। वहीं इस मुलाकात के बाद से राजनीतिक गलियारों में भी चर्चाएं तेज हो गईं हैं।
पीएम मोदी को यूपी में जीतने नहीं देंगे प्रियंका से मुलाकात के बाद चंद्रशेखर ने कहा था कि वह किसी भी हाल में भाजपा और मोदी को हराना चाहते हैं। यूपी में किसी भी हाल में वह मोदी को जीतकर नहीं जाने देंगे। अगर गठबंधन कोई मजबूत उम्मीदवार गठबंधन की तरफ से मोदी के खिलाफ नहीं उतारा गया तो वह खुद ही उनके खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
पुलिस ने रोकी थी रैली गौरतलब है कि मंगलवार को देवंबद में भीम आर्मी द्वारा निकाली गई हुंकार के दौरान पुलिस ने उन्हें गिरासत में ले लिया था। इस दौरान उनकी तबियत खराब होने पर मेरठ हायर सेंटर में भर्ती कराया गया। इसके बाद उन्हें मेरठ के ही एक नीजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।