घटना एक
रामपुर मनिहारान थाना क्षेत्र के गांव इस्लामनगर में 60 वर्षीय सिंघा के मकान की छत अचानक भरभराकर गिर गई। दुर्घटना के वक्त सिंघा के अलावा इसकी पत्नी 58 वर्षीय पत्नी कृष्णा, 32 वर्षीय बेटा विनाेद, विनाेद की 28 पत्नी नीलम, विनाेद की दाे बेटियां 8 वर्षीय तनु आैर 6 वर्षीय मनु के अलावा पंद्रह दिन की नवजात बेटी घर पर ही माैजूद थी। इनके अलावा सिंघा की 25 वर्षीय बेटी मीना, मीना का आठ माह के बेटे के अलावा सिंघा का दूसरा बेटा 26 वर्षीय तिरसा आैर रिश्तेदारी में आया हुआ नीटू मकान के अंदर माैजूद थे। यह सभी मलबे में दब गए। तेज आवाज के साथ मकान गिरा ताे चीख पुकार मच गई। शाेर सुनकर गांव के लोग इकट्ठा हाे गए आैर पास में ही चल रहे भंडारे से भी लाेग मदद के लिए दुर्घटना स्थल की आेर दाैड़ पड़े। इकट्ठा हुए लाेगाें ने आनन-फानन में मलबे से दबे लाेगाें काे निकालने के प्रयास शुरू कर दिए। दुर्घटना में घायल हुए सभी लोगों को बाहर निकालने के बाद गांव के लाेग अस्पताल लेकर दाैड़े लेकिन एक बच्ची समेत तीन ने रास्ते में ही दम ताेड़ दिया। गंभीर रूप से घायल सिंघा की पत्नी कृष्णा, पुत्रवधू नीलम और पोती अनु की माैत हाे गई। जिला अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है और गांव के लोग भी दहशत में हैं। माैके पर पहुंचे प्रशासनिक अफसराें ने फिलहाल परिवार काे आर्थिक मदद का भराेसा दिलाया है।
घटना दो
दूसरी घटना तीतरों थाना क्षेत्र के ग्राम हैदरपुर में हुई। इसी गांव के रहने वाले जसवीर पुत्र फूल सिंह का मकान लगातार बरसात को नहीं सह सका और मकान की छत अचानक गिर गई। मकान के मलबे में दबकर जसवीर की मौत हो गई। तेज आवाज के साथ जैसे ही छत गिरी तो गांव के लोग मदद के लिए दौड़ पड़े और मलबे से जसवीर को बाहर निकाला लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और जसवीर की मौत हो चुकी थी।
घटना 3
तीसरी घटना सहारनपुर के कोतवाली मंडी क्षेत्र में हुई और यहां मोहल्ला चाैंताला में एक मकान का हिस्सा अचानक ढह गया। गनीमत रही कि इस दुर्घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ लेकिन जिस तरह से एक के बाद एक सीरियल घटनाएं हो रही है उसे लोग दहशत में है और सहारनपुर में बरसाती नदियां भी उफान पर है। ढमाैला नदीं में भी लगातार पानी का जल स्तर बढ़ता जा रहा है। ढमाेला के पास बने अवैध निर्माण भी अब खतरे में हैं।