श्रीधाम एक्सप्रेस के ए-1 कोच में यात्रा कर रहे अनुराग भार्गव ने बताया कि वह अपने भाई के साथ हजरत निजामुद्दीन से नरसिंहपुर गाडऱवारा की यात्रा कर रहे थे, जिनका रिजर्वेशन ए-1 कोच में सीट नंबर 8 व 34 पर था। उन्होंने सहूलियत के अनुसार मथुरा स्टेशन पर एक अन्य यात्री से सीट बदल ली और अपने भाई के साथ 7 व 8 नंबर सीट पर बैठ गए। इसकी जानकारी उन्होंने ड्यूटी पर मौजूद टीटीइ मायाराम पिता नारायण सिंह जाटव निवासी झांसी को दी। इसके बाद कोच के सभी यात्री सो गए। रात करीब 12 बजे टीटीइ फिर से आया और यात्री अनुराग भार्गव का चादर खींचकर उसके साथ बिना किसी बात के शराब के नशे में गाली-गलौज करने लगा। जब यात्री ने उसे फिर से मोबाइल में टिकट बताया, तो टीटीइ मोबाइल छीनकर जमीन में पटकने लगा, जिससे यात्री ने जैसे-तैसे मोबाइल वापस लिया। इतना ही नहीं ट्रेन के अन्य यात्रियों ने जब बीच बचाव किया, तो उनके साथ भी टीटीइ ने अभद्रता की है। यात्रियों ने इसकी शिकायत ट्रेन में मौजूद आरपीएफ स्टाफ से भी की, लेकिन आरपीएफ ने यात्रियों की कोई मदद नहीं की। यात्री ने जब इसकी शिकायत रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर की, तो बीना स्टेशन पर जीआरपी पहुंची और यात्रियों ने टीटीइ को पकड़कर जीआरपी के सुपुर्द किया। जीआरपी ने आरोपी टीटीइ के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
यात्रियों ने कहा टीटीइ है साइको, नौकरी करने लायक नहीं
जिस तरह का बर्ताव टीटीइ ने यात्रियों से किया है, उससे यात्री सदमे में है। यात्रियों ने बताया कि जिस तरह का बर्ताव टीटीइ ने सभी के साथ किया था वह किसी साइको इंसान की तरह है। यात्रियों ने कहा कि वह नौकरी करने के लायक नहीं है, इसलिए रेलवे से उसे नौकरी से बाहर करने की मांग करते हैं। साथ ही उसका अच्छी अस्पताल में इलाज कराया जाए। नहीं तो वह किसी यात्री की जान भी ले सकता है।
किया है मामला दर्ज
यात्रियों ने इसकी शिकायत की थी जिसके बाद टीटीइ के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
एमपी ठक्कर, थानाप्रभारी, जीआरपी