अभी नहीं मिलेगी ठंडी से राहत
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के असर से मौसम में परिवर्तन आया है। आगामी दो दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। शनिवार को सागर जिले में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।18 जनवरी से अगले पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना जताई है। यह उत्तर-पश्चिमी भारत को प्रभावित करेगा। हिमालय की बर्फीली हवा की रफ्तार बढ़ जाएगी, जो मध्यप्रदेश में भी आकर ठिठुरन बढ़ा देगी। सागर में भी इसका असर देखने को मिलेगा।शीतलहर से बचने के उपाय
मौसम विभाग के अनुसार लंबे समय तक शीत के संपर्क में रहने से मस्तिष्क को गंभीर क्षति हो सकती है इस अवस्था को हाइपोथर्मिया कहा जाता है। इसके कारण अनिद्रा, मांसपेशियों में अकड़न और सांस लेने में परेशानी हो सकती है। ऐसी अवस्था में तत्काल चिकित्सीय सहायता लें।त्वचा हाथ-पैरों की अंगुलियों में रक्त वाहिकाएं संकरी हो जाती हैं, इसलिए ठंड में बाहर कम समय बिताएं।
शीत लहर के अत्यधिक प्रभाव से त्वचा पीली, सख्त एवं लाल फफोले पड़ सकते है। यह एक गंभीर स्थिति होती है जिसे गैंगरीन भी कहा जाता है। यह अपरिवर्तनीय होती है। अत: शीत लहर के पहले लक्षण पर ही चिकित्सक की सलाह लें।
वाहन को धीमी या औसत गति पर चलाएं, आगे की गाड़ी से पर्याप्त दूरी बनाए रखे एवं फॉग लैंप का इस्तेमाल करें।