सोमवार को होटल में सुबह से ही सफाई कार्य चलता रहा, जिसमें बड़ी मात्रा में कचरा बोरियों और ड्रमों पर भरकर कचरा गाडिय़ों में फेंका गया। कचरा देखकर यह लग रहा था कि जैसे कई वर्षों से होटल में सफाई न हुई हो। यदि अभी भी खाद्य विभाग के अधिकारी कार्रवाई नहीं करते तो सफाई नहीं होती। गंदगी के बीच ही मिठाईयां सहित अन्य सामग्री बनाकर बेच दी जाती। रविवार को सिर्फ दो होटलों पर कार्रवाई हुई है, जबकि शहर में बड़ी संख्या में होटल खुली हुई हैं, जिन पर कार्रवाई की जरूरत है। होटलों में गंदगी के बीच मिठाई बनाई जा रही हैं और मिलावट भी की जा रही है।
ट्रेन, बस से आ रहा मावा व्यापारी यूपी, ग्वालियर सहित अन्य शहरों से ट्रेन और बसों से मावा मंगाते हैं। मावा का दीपावली के दस दिन पहले से स्टॉक होने लगेगा, जिसकी मिठाई बनाकर कई दिनों तक बेची जाएगी। बिना जांच के ही कई टन मावा बाजार में बिक जाता है। यहां त्योहारों तक लगातार कार्रवाई करने की जरूरत है।
शिमला होटल पर एक ङ्क्षक्वटल से ज्यादा पनीर रविवार को कार्रवाई के दौरान मिला था। दुकान संचालक सौरभ जैन ने बताया था कि टीकमगढ़, ललितपुर आदि जगह से पनीर आता है और जब इसका बिल मांगा, तो वह बिल उपलब्ध नहीं करा पाए। बिल न होने से यह भी पता नहीं चल सका की पनीर आया कहां से है। इसपर खाद्य निरीक्षक ने नाराजगी जताई थी।
शरद पूर्णिमा के लिए आने लगा मावा शरद पूर्णिमा पर मावा के लड्डू का पूजन महिलाएं करती हैं और इसके लिए बड़ी मात्रा में मावा आता है। दुकानदारों सहित कई लोग हाथ ठेलों में मावा और लड्डू बेचते हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं की जाती है।