– रायसेन में दर्ज हुआ था मामला
चिटफंड कंपनी के माध्यम से करोड़ों रुपए की ठगी के मामले में 8 साल पहले रायसेन जिले में पहला मामला दर्ज हुआ। चिटफंड कंपनी का डायरेक्टर उत्तरप्रदेश के गाजीपुर का रहने वाले बसंत उपाध्याय ने रायसेन के यशवंत नगर में श्रद्धा-सबूरी कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड नाम से ऑफिस खोला और लोगों को रकम दोगुनी करने का लालच देकर रुपए जमा कराए। बसंत के टारगेट पर शासकीय सेवा निवृत्त कर्मचारी रहते थे। इसके बाद वह अचानक रातों-रात कार्यालय में ताला लगाकर फरार हो गया। लोगों ने रायसेन कोतवाली थाना में बसंत के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इसके बाद मामले में पुलिस ने नितिन बलेचा और जितेंद्र सिंह चौहान को भी आरोपी बनाया था।
– नेता पुत्र भी घिरे थे
नितिन बलेचा श्रद्धा-सबूरी कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड का कार्यालय सिविल लाइन में खोले हुए था। उसने आइपीएल सट्टा के माध्यम से यहां के एक नेता पुत्र को फंसाया और बाद में चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर में शामिल कर लिया। रायसेन न्यायालय ने मामले की सुनवाई करते हुए सितंबर 2016 में चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर बने नेता पुत्र का भी वारंट जारी किया था। हालांकि बताया जा रहा है कि उस मामले में वह बाद में बरी हो गए थे।
– जो नकद लिया उसका हिसाब ही नहीं
सस्ता सोना लेने के जाल में फंसे लोगों ने आरोपी नितिन बलेचा को जो रुपए ऑनलाइन या फिर अकाउंट में ट्रांसफर किए थे उसी का हिसाब-किताब पुलिस को मिला है। सूत्रों का कहना है कि नितिन ने शहर के कई नामचीन लोगों ने सस्ता सोना दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए नकद भी लिए हैं, लेकिन रुपए देने वालों के पास इसके कोई पुख्ता प्रमाण ही नहीं है। इसके अलावा लोग बदनामी के डर से भी आगे आने से बच रहे हैं।
– फैक्ट फाइल
– 2007 में सागर आया था आरोपी नितिन बलेचा – 2014-15 तक सागर में लूटता रहा लोगों को – 03 जिलों में की 80 करोड़ रुपए की ठगी – 05 आरोपियों को पुलिस ने बनाया था आरोपी – 08 साल पहले भागा था विदेश