सागर. तेज रफ्तार, नशे में वाहन चलाना जैसी वजहों से सागर संभाग में हर एक मिनट में लगभग दो सड़क दुर्घटनाएं घटित हुई हैं। आपातकालीन सेवा 108 एम्बुलेंस सेवा के आंकड़ों पर गौर करें तो सागर जिले में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं घटित हुईं हैं, जबकि पन्ना जिले में सबसे कम दुर्घटनाएं हुईं। वर्ष-2023 की तुलना में 13 दिसंबर 2024 तक की स्थिति में दमोह, पन्ना व टीकमगढ़ में अपेक्षाकृत दुर्घटनाओं की संख्या में मामूली कमी आई है। खास बात यह है कि 20 फीसदी से ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं की वजह नशाखोरी निकली है।
तीन गुना ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं
सागर जिले में शहरी क्षेत्र यानी सागर तहसील एरिया में अन्य तहसीलों की तुलना में तीन गुना ज्यादा दुर्घटनाएं हुईं हैं, जिन्हें 108 एम्बुलेंस सेवा की मदद लेनी पड़ी और अस्पताल तक पहुंचाया गया। सागर तहसील में रिकार्ड 2294 हादसे हुए।
शाम के समय ज्यादा हुए हादसे
108 एम्बुलेंस सेवा से मिली जानकारी के अनुसार शाम 6 से रात 12 बजे तक सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं घटित हुईं। रात में टर्न पर तेज रफ्तार वाहन चलाने समेत ओवरटेक व क्रॉसिंग में आमने-सामने की भिड़ंत हादसों की वजह बनी।
यह याद रखें: गोल्डन ऑवर का रहता है महत्व
जब भी कोई दुर्घटना होती है और उसमें किसी को गंभीर चोट आती है, तो उसे दुर्घटना के एक घंटे के अंदर, अगर सही इलाज मिल जाता है. तो उसकी जान को कम से कम खतरा होने की संभावना होती है. इसलिए इसे गोल्डन ऑवर कहते हैं। इसलिए जब भी आप किसी दुर्घटना को देखते हैं तो तत्काल ही उसकी सूचना 108 एम्बुलेंस सेवा को दें, ताकि कोई भी घायल गोल्डन ऑवर में इलाज से वंचित न रहे।
इन वजहों से बढ़ रहे हादसे
– नशे में वाहन चलाना – अनियंत्रित स्पीड – दिशा सूचकों को अनदेखा करना सागर जिले की स्थिति- एक नजर में
तहसील 2023 2024 बंडा 642 798 बीना 504 526 देवरी 758 760 गढ़ाकोटा 220 321 केसली 156 142 खुरई 742 823 मालथौन 189 154 राहतगढ़ 163 152 रहली 180 188 शाहगढ़ 183 257
सागर 2568 2294 कुल 6305 6415 संभाग की स्थिति जिला 2023 2024 छतरपुर 2799 2828 दमोह 2178 1956 पन्ना 1289 1294 सागर 6305 6415 टीकमगढ़ 2763 2365
कुल 15334 14858 नोट- यह आंकड़े 13 दिसंबर 2024 की स्थिति में हैं। अधिकांश दुर्घटनाओं में यह देखने को मिला है कि वाहन चालकों ने लापरवाही की। सीट बेल्ट, हेलमेट आदि का उपयोग नहीं किया। दुर्घटनाओं की संख्या में इजाफा की मुख्य वजह नशा, अनियंत्रित स्पीड रही है। हमारा प्रयास है कि दुर्घटना में घायल लोगों को गोल्डन ऑवर का लाभ मिल सके, इसलिए लोगों से अपील है कि वे दुर्घटना घटित होने पर 108 एम्बुलेंस पर कॉल करें, ताकि घायल की जान बचाई जा सके। – तरुण सिंह परिहार, सीनियर मैनेजर मप्र, 108 एंबुलेंस सेवा