– संतों की समाधियां, कुंड को भी खतरा
हिंदू जागरण मंच के प्रांत पदाधिकारी राजकुमार सुमरेरी ने बताया कि मिशनरी ने करीब 14.50 एकड़ जमीन खरीदी है, जो भोपाल मैन रोड से लेकर ऊपर पहाड़ी और बाबा फूलनाथ महादेव के मंदिर तक लगी है। निर्माण हुआ तो पहाड़ी पर स्थित कुंछ को तो खतरा है ही साथ ही संतों की सैकड़ों साल पुरानी समाधियां समाप्त हो जाएंगी और पहाड़ी पर स्थित संतों का तपस्या स्थल (गुफा) तक जाने के लिए रास्ता भी नहीं रहेगा।
– मेले के लिए जगह ही नहीं बची
भापेल में हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर फुलेर का मेला लगता है। यह मेला पहाड़ी पर स्थित बाबा फूलनाथ महादेव के मंदिर के चारों तरफ भरता है। ग्रामीणों का कहना है कि मिशनरी ने जमीन पर कब्जा किया तो मेला लगाने के लिए जमीन ही नहीं बचेगी। क्योंकि अधिकांश मेला मंदिर से पहाड़ी की ओर खाली पड़ी जमीन में लगता है और वही जमीन मिशनरी को बेच दी गई है।
– पंचायत की आपत्ति के बाद भी निर्माण जारी
भापेल ग्राम पंचायत ने दो दिन पहले 6 दिसंबर को मिशनरी संस्था की फिलोमिना, पजहुरू परमबिल को पत्र जारी कर तत्काल निर्माण रोकने कहा है। पंचायत ने अपने पत्र में कहा है कि मिशनरी संस्था प्राचीन फूलनाम मंदिर के पास बिना पंचायत की एनओसी लिए बिना ही निर्माण कर रही है, जो अवैध है। यदि निर्माण कार्य नहीं रोका गया तो इसे अतिक्रमण घोषित करते हुए कार्रवाई के लिए वरिष्ठ कार्यालय को लेख किया जाएगा।
– भाजपा से जुड़े लोगों ने ही जमीन बेची
मिशनरी भापेल में जिस 14.50 एकड़ जमीन पर निर्माण कर रही है वह उन्हें सागर शहर के भाजपा से जुड़े लोगों ने ही बेची है। यह लोग शहर के बड़े कॉलोनाइजर में शामिल हैं और एक जनप्रतिनिधि के साथ मिलकर भी काम करते हैं। बताया जा रहा है कि करीब 3 साल पहले इस पड़त जमीन को सस्ते दाम पर खरीदा और नए दस्तावेज तैयार कराकर लगभग एक साल पहले उसे महंगे दामों पर मिशनरी को बेच दिया गया।
– ग्रामीणों के साथ कलेक्टर से मुलाकात करेंगे
शिकायत मिलते ही मैंने तत्काल ही कलेक्टर को पत्र लिखकर मिशनरी के निर्माण पर रोक लगाने कहा है। ग्रामीणों से चर्चा चल रही है अब उनके साथ कलेक्टर से मुलाकात की वास्तिविक स्थिति बताएंगे। बाबा फूलनाथ महादेव के सिद्ध क्षेत्र की बात है, पीछे नहीं हटेंगे। प्रदीप लारिया, विधायक, नरयावली