– यह है मामला
ठगी का शिकार हुए तिली क्षेत्र निवासी 43 वर्षीय सतीष पुत्र मोतीलाल सिंह ने बताया कि वह पिछले 2 साल से शेयर ट्रेडिंग कर रहे थे। 13 मार्च को सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन शो हुआ, जिसमें ऑफर था कि किसी भी स्टॉक की भविष्य की गति जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। मैंने लिंक पर क्लिक किया तो एक मोबाइल नंबर मिला, जिसपर शेयर की जानकारी मांगी और उन्होंने दी। अगले दिन एक लिंक देकर ग्रुप में जोड़ा। मुझे वीआइपी ट्रेडिंग अकाउंट मुफ्त में देने का ऑफर दिया, मैंने दस्तावेज भेजे और उन्होंने लॉगिन आइडी व पासवर्ड दिया। सतीष ने बताया कि इसके बाद 22 अप्रेल से 7 मई के बीच अलग-अलग चार कंपनियों के बैंक खातों में कुल 54.64 लाख रुपए भेजे।
– लोन दिया, लेकिन डीमेट से नहीं काटी राशि
सतीष का कहना है कि उन्हें जो एप की लिंक दी थी, उसमें 11 मई तक की निवेश राशि का मूल्य 2 करोड़ 82 लाख 83 हजार 657 रुपए दिख रहा था। ठगों ने मुझे 7 मई को डीमेट अकाउंट में 30 लाख रुपए का ब्याज रहित लोन दिया। जिसका उपयोग करने पर अगले दिन 8 मई को उसे बेचने पर मेरे डीमेट अकाउंट में 81 लाख 39 हजार 600 रुपए प्राप्त हुए। मैंने इस राशि में से लोन की राशि काटने की बात की तो उन्होंने इसे कंपनी के नियमों के वितरीत बताया और अलग से लोन पूरा करने 30 लाख रुपए की मांग की। सतीष ने जब रुपए नहीं डाले तो ठगों ने 30 मई तक 30 लाख रुपए देने का दबाव बनाया और डीमेट अकाउंट में डले 2.89 करोड़ रुपए भी फ्रीज कर दिए।
– 29.29 लाख रुपए वापस मिले
ठगी का शिकार हुए व्यक्ति ने समय रहते शिकायत की थी, पुलिस ने स्थानीय स्तर से लेकर मुंबई तक संपर्क किया और शिकायतकर्ता को 54.64 लाख रुपए में से 29.29 लाख रुपए वापस मिल गए। फिलहाल मामले में विवेचना चल रही है। मनीष सिंघल, थाना प्रभारी, गोपालगंज