वार्डों में सड़क व नालियों के कार्य में भी लापरवाही बरती जा रही है। कई वार्डों में कार्य शुरू नहीं हुए हैं, तो कई जगह काम अधूरे पड़े हैं और सड़कों पर गंदा पानी भर रहा है। इस संंबंध में पार्षद और वार्डवासी शिकायतें भी करते हैं, लेकिन फिर भी सुनवाई नहीं होती है।
निर्माण कार्य को लेकर निर्धारित की गईं दरों के हिसाब से कम दामों में ठेकेदार टेंडर लेते हैं और फिर घाटा लगने पर काम अधूरा छोड़ देते हैं। कम दामों में टेंडर देने का विरोध परिषद द्वारा भी किया जा चुका है, लेकिन फिर भी इसमें सुधार नहीं हो रहा है।
अधूरे पड़े सुलभ कांप्लेक्स का निर्माण कराने फिर से टेंडर किया गया है, जो आचार संहिता के बाद खोला जाएगा। पूर्व में जिस ठेकेदार ने काम लिया था, उसे ब्लैकलिस्ट किया है।
शिखा दीक्षित, उपयंत्री, नपा