शहर के पांच प्रमुख रेड स्पॉट- 1. जिला अस्पताल परिसर- हिंसक कुत्तों की करीब 12 टोलियों का अस्पताल और मेडिकल कॉलेज सहित आसपास की 5 कॉलोनियों में आतंक है। गुलाब कॉलोनी, स्नेह नगर, वैशाली नगर, यश बिहार में मवेशियों सहित लोगों पर हमला कर रहे हैं।
2. तहसीली-सिविल लाइन- यादव कॉलोनी से लेकर पुलिस लाइन, तहसीली में करीब 25-30 हिंसक कुत्ता हैं, जो रात के समय वाहन चालकों को भी नहीं छोड़तीं। दुर्घटनाएं हो रहीं हैं।3. शनीचरी-कृष्णगंज- यहां कुत्तों की संख्या 50 से अधिक है, हर गली में कुत्ता हमला कर रहे हैं। कृष्णगंज के पीछे तिलकगंज तरफ खाली जगह पर कुत्ता मृत जानवरों को खाकर हिंसक हो रहे हैं।4. खुरई रोड-करीला- रेलवे क्षेत्र से लगे इस एरिया में गंदगी व मृत मवेशियों के कारण यहां आवारा कुत्तों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है।5. मढिय़ा विठ्ठल नगर- वार्ड की गलियों में हमेशा पागल कुत्तों के हमलों का डर बना रहता है। हालही में यहां एक साथ 3-4 बच्चों को कुत्ते ने काट लिया था।मकरोनिया के 5 रेड स्पॉट
1. दुर्गा नगर- वार्ड नंबर 8 दुर्गानगर में हमेशा 30 से 35 कुत्तों की अलग-अलग टोलियां गलियों, बाजार क्षेत्र व मोहल्लों में उत्पाद मचा रहीं हैं। 2. गायत्री नगर- रामलला वार्ड के गायत्री नगर से हर दूसरे दिन सीएससी सेंटर पर लोग रेबीज का इंजेक्शन लगाने पहुंच रहे हैं। 15-20 कुत्ता हमेशा बने रहते हैं।
3. रजाखेड़ी- मकरोनिया के बाजार क्षेत्र रजाखेड़ी में 8-10 आवारा कुत्तों की टोलियां दिन-रात घूम रहीं हैं, बच्चों-महिलाओं व बुजुर्गों पर हमला कर रहे हैं। 4. दीनदयाल नगर- वार्ड नंबर 3 दीनदयाल नगर की पॉश कॉलोनियां आवारा कुत्तों का गढ़ बन गईं हैं, कुत्ता मवेशियों, आम लोगों पर हमला कर रहे हैं।
5. दूर संचार कॉलोनी- आवारा कुत्तों के आतंक से परिवार दहशत में हैं। आर्मी एरिया लगा होने के कारण कुत्तों के झुंड हमला कर रहे हैं।2024 में लगे रेबीज डोज-17000- जिला अस्पताल।40000- ब्लॉक व ग्रामीण अस्पतालों में।3000- मेडिकल कॉलेज।20000- प्राइवेट क्लीनिक-अस्पताल।-निगम मवेशियों को पकडऩे अभियान चला रहा है लेकिन कुत्तों पर ठोस पहल नहीं हो रही। एबीसी सेंटर खोलने के लिए हुए टेंडर की शर्त ही ऐसी है कि सिर्फ एक ही फर्म शामिल हो पाई।शिवशंकर यादव, पार्षद नगर निगम।-टेंडर प्रक्रिया चल रही है, जल्द ही शहर में आवारा कुत्ता की नसबंदी के लिए कार्य शुरू हो जाएगा।राजकुमार खत्री, निगमायुक्त।