सांसद का पूरा भाषण निगम आयुक्त सभाजीत पर केन्द्रित रहा, शहर के रिटायर्ड सैनिकों से कहा कि देश की सीमा पर आप तो पाकिस्तानियों को दफना कर आए हो, यह उनसे अधिक खतरनाक नहीं है। यह भी आरोप लगाया कि आयुक्त कांग्रेस के एजेंट के रूप में कार्यकर रहे हैं, यहां लोगों से रिश्वत मांगी जा रहे हैं और आधी रकम सरकार तक पहुंचाईजा रही है। हर महीने रुपए देने के ठेके पर आयुक्त को भेजा गया है। साथ ही कहा कि यह धार-झाबुआ नहीं रीवा है, यहां पहले भी बड़े-बड़ों को रीवा की धरती ने दफना दिया है। लगातार सांसद शब्दों के तीर छोड़ते रहे और लोगों को आश्वस्त करते रहे कि उनके साथ खड़े हैं, कोई भी जरूरत हो तो सीधे बुलाना।
कुछ दिन पहले ही नगर निगम के आयुक्त सभाजीत यादव ने पूर्व मंत्री और रीवा के वर्तमान विधायक राजेन्द्र शुक्ला से 4.94 करोड़ रुपए की वसूली के लिए नोटिस जारी किया था। आरोप है कि आइएचएसडीपी योजना के मकान को नि:शुल्क उपलब्ध कराने के लिए आश्वासन देकर 248 मकानों में कब्जा करा दिया है। जिससे निगम को आर्थिक नुकसान पहुंचा है। इसके बाद से रीवा में भाजपा लगातार आयुक्त के विरोध में प्रदर्शन कर रही है। इसके पहले स्कीम नंबर छह में कार्रवाई को लेकर कथित तौर पर हीलाहवाली करने के आरोप में मेयर इन काउंसिल के सदस्यों की भी पार्षदी समाप्त करने संभागायुक्त को प्रस्ताव भेज दिया है। भाजपा नेताओं पर लगातार हो रही कार्रवाई के चलते आयुक्त के खिलाफ प्रदर्शन की मुहिम छेड़ी गई है। सांसद ने कहा कि मेयर इन काउंसिल का निर्णय बदलने की क्षमता आयुक्त के बाप और मुख्यमंत्री में भी नहीं है।
निगम आयुक्त को जिंदा दफनाए जाने के भाषण के बाद सांसद जनार्दन मिश्रा से जब जानकारी चाही गई तब भी अपनी बात पर वे कायम रहे। उन्होंने कहा कि वार्ड पार्षद के पुत्र ने जानकारी दी थी कि 20 लाख रुपए लोगों से मांगे जा रहे हैं। अन्य पार्षदों के साथ भी चर्चाकी तो बताया गया लोगों से रुपए मांगे जा रहे हैं। इसलिए कहा है कि यदि कोईभी रुपए मांगने आए तो उसे जिंदा दफन कर देंगे। फिर आरोप दोहराया कि आयुक्त आधा रुपए अपने पास रखेंगे और आधा भोपाल भेजेंगे। कहा कि विधायक राजेन्द्र शुक्ला भी आएंगे और अपनी बात रखेंगे।
सांसद जनार्दन मिश्रा की ओर से इस तरह का यह पहला बयान नहीं दिया गया है। इसके पहले उन्होंने कहा था कि आरक्षण समाप्त हुआ तो लोग हिन्दू धर्म छोड़कर मुस्लिम और इसाई बन जाएंगे। कुछ महीने पहले ही नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव की मौजूदगी में मंच से अधिकारियों को जूता मारने के लिए कहा था। कांग्रेस के कार्यक्रमों में आपत्तिजनक सामग्री मिलने का भी आरोप लगा चुके हैं, जिसको लेकर विवाद बढ़ा था। सांसद, विपक्ष के नेताओं पर इसके पहले व्यक्तिगत हमले करते रहे हैं।
सभाजीत यादव, आयुक्त नगर निगम रीवा
राजमणि पटेल, राज्यसभा सांसद कांग्रेस