इसलिए हटाए गए डॉ. देवेश सारस्वत
आपको बता दें कि, सोमवार विधानसभा में चल रहे सत्र के 11वें दिन विंध्य क्षेत्र के तीन विधायकों ने श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डीन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाए थे। सीधी जिले के चुरहट विधायक शरदेंदु तिवारी ने मेडिकल कॉलेज के डीन पर कर्मचारियों के बिलों को रोकने का मामला ध्यानाकर्षण के जरिए उठाया। साथ ही मनगवां विधायक पंचूलाल प्रजापति ने डीन पर प्राइवेट अस्पताल संचालित करने का मामला उठाया। वहीं, धौहनी विधायक कुंवर सिंह टेकाम ने भी पंचूलाल की बात का समर्थन करते हुए कहा था कि, सरकारी मेडिकल कॉलेज में इलाज मिलने के बजाए प्राइवेट अस्पताल में मरीजों को भेजकर लूटा जा रहा है। तब स्पीकर गिरीश गौतम ने मंत्री विश्वास सारंग से कहा था- जो लोग सरकार को बदनाम कर रहे हैं उन्हें हटाना चाहिए। इसपर अमल करते हुए सरकार की ओर से उन्हें प्रभार से हटाने के आदेश जारी कर दिए हगए।
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सतना मेडिकल कॉलेज ने डीन बनने पर अधीक्षक पद से मुक्त
गौरतलब है कि, बीते एक साल से डॉ. अवतार सिंह संयुक्त संचालक और सहअधीक्षक संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल का प्रभार देख रहे थे। एक महीने पहले उन्हें सतना मेडिकल कॉलेज का डीन बना दिया गया। तब से उनके पास दो जिम्मेदारियां थीं। ऐसे में चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अधीक्षक पद से मुक्त कर दिया है। अब डॉ. राहुल मिश्रा को संयुक्त संचालक सहअधीक्षक बनाया गया है।