– भोपाल गैस कांड में मौतें विज्ञान न जानने के चलते हुईं : पटेरिया
दीक्षांत के मुख्य अतिथि सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार के सलाहकार मनोज पटेरिया ने कहा कि हम जितना अधिक जागरुक होंगे उतनी बड़ी ऊंचाई हासिल करेंगे। विज्ञान की समझ लोगों में होना जरूरी है, उन्होंने १९८४ में भोपाल में हुए गैस त्रासदी का हवाला देते हुए कहा कि लोगों को पहले से जानकारी होती कि जिस गैस का रिसाव हो रहा है, वह नमी में नष्ट हो जाती है तो वह गीले कपड़े नाक में रख लेते और गैस फेफड़े में जाने से रोक सकते थे। उन्होंने कहा कि विज्ञान जानने के लिए केवल डिग्री हासिल करना आवश्यक नहीं है। लोग हवा की दिशा जानने के लिए धूल उड़ाते हैं तो वह जिस दिशा की ओर उड़ता है माना जाता है कि उसी दिशा में हवा बह रही है। भोपाल गैस कांड के समय भी इसका उपयोग किया जा सकता था, ताकि हवा के विपरीत दिशा में जाकर लोग जान बचा सकते थे। पटेरिया ने कहा कि अध्यात्म के बिना विज्ञान अधूरा है।
– अब केवल 30 दिन ही होगा एडमिशन, पढ़ाई समय पर होगी : पटवारी
उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए सरकार ने कई नवाचार किए हैं। प्रोफेसरों का खाली पद भरना बड़ी चुनौती है, इसके लिए प्रयास शुरू हैं। उन्होंने कहा कि एडमिशन में इतना अधिक समय लग जाता है कि पढ़ाई के लिए कम अवधि बचती है। इसलिए अब सरकार ने तय किया है कि केवल ३० दिन ही एडमिशन चलेगा, इसके आगे तिथियां नहीं बढ़ाएंगे। कहा कि भोपाल की तर्ज पर एक-एक कालेज को बेहतर बनाने का भी अभियान चलाया जा रहा है। मंत्री ने यह भी कहा कि अब हर संस्थान में एक-एक ग्रीन कैम्पस विकसित किया जाएगा। छात्राओं की अधिक संख्या दीक्षांत में होने पर कहा कि इसे और बेहतर बनाने के लिए मुफ्त शिक्षा बेटियों को देंगे।
– विश्वविद्यालय में 64 प्रतिशत छात्राएं पंजीकृत
अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीयूषरंजन अग्रवाल ने विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि वर्तमान में 64 प्रतिशत छात्राएं विश्वविद्यालय में पंजीकृत हैं। छात्रों से अधिक संख्या में विश्वविद्यालय में इनका योगदान है। उन्होंने मेडल में 73 में से 59 छात्राएं होने की बात को भी गौरव बताते हुए कहा कि यह साबित करता है कि बेटियां तेजी के साथ आगे बढ़ रही हैं।
– स्मारिका का विमोचन
राज्यपाल लालजी टंडन, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी सहित अन्य अतिथियों ने विश्वविद्यालय द्वारा तैयार की गई स्मारिका एवं प्रोफाइल बुक का विमोचन किया।