घटना के संबंध में जानकारी देते हुए मनगवां थाना प्रभारी डीके दाहिया ने बताया कि, रविवार शाम 4 बजे बाइक क्रमांक एमपी 17 एनए 3682 से परिवार के तीन लोग जा रहे थे। तीनों कटहा घोपी गांव की ओर जा रहे थे। रास्ते में पड़ने वाला बरसाती नाला नहर के पानी खुलने से लबालब भरा हुआ था। नाले से एन पहले ही एक अंधा मोड़ है। इसी मोड़ पर बाइक अनियंत्रित होकर फिसलते हुए सवारों के साथ नाले में जा गिरी। हादसे के दौरान तीनों लोग देखते ही देखते पानी में डूब गए।
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एक घंटे बाद मिले शव
इस संबंध में सबसे पहले ग्रामीणों को पता लगा, जिन्होंने तत्काल ही इस संबंध में डायल 100 और मनगवां पुलिस को सूचना दी। लोगों के नाले में डूबने की खबर जैसे ही नजदीक के ग्रामीणों को लगी, तो कई लोग अपने स्तर पर डूबने वालों को खोजने का प्रयास करने लगे। हालांकि, मौके पर पहुंची पुलिस ने गौताखोरों की मदद से करीब एख घंटा रेस्क्यू अभियान चलाने के बाद तीनों शवों को पानी से बाहर निकाल लिया।
मृतकों के परिवार को 4-4 लाख देने की तैयारी
पुलिस जांच के अनुसार, हादसे में 22 वर्षीय पीयूष विश्वकर्मा, 35 वर्षीय रेनू विश्वकर्मा और 7 वर्षीय अंशिका विश्वकर्मा की मौत हुई है। रेनू और पीयूष भाई-बहन हैं। जबकि, अंशिका रेनू की बेटी है। पीयूष अपने गांव से बहन के घर आया था। उसे अंशिका को दिखाने के लिए डॉक्टर के पास ले जाना था। डॉक्टर को दिखाकर वो बाइक से बहन को कटहा घोपी गांव छोड़ने जा रहा था। इसी दौरान हादसा हो गया। वहीं, एसडीएम केपी पांडेय के अनुसार, मृतकों के परिजन को आपदा राहत के तौर पर 4-4 लाख रुपए राहत राशि देने का प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
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