बोरवेल में गिरे बच्चे का नाम मयंक कोल बताया जा रहा है कि जिसकी उम्र 6 साल है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक बच्चा मयंक गेहूं के खेत में दोस्तों के साथ बालियां बीनने के लिए गया था और बालिया बीनते वक्त खेत में घांस फूंस से ढके बोरवेल के गड्ढे को नहीं देख पाया और उस पर पैर रख दिया। पैर रखते ही बच्चा सीधे बोरवेल के गड्ढे में अंदर गिर गया। घटना के बाद मयंक के साथ मौजूद बच्चे भागकर घर पहुंचे और परिजन को जानकारी दी। इस घटना से पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही एसडीएम संजय जैन, एसडीओपी उदित मिश्रा, तहसीलदार राजेश तिवारी, थाना प्रभारी कन्हैया बघेल, जनपद सीईओ राहुल पाण्डेय सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। बीएमओ द्वारा बोर में ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई गई है ताकि बच्चे तक ऑक्सजीन पहुंच सके। इस घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरा गांव मयंक के बोर से सुरक्षित बाहर निकलने की प्रार्थना कर रहा है। वहीं प्रशासन ने भी उसके जीवन को बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।
बोर में गिरे बच्चे मयंक के करीब 35 से 40 फिट में फंसे होने की जानकारी सामने आ रही है। बोर में फंसे बच्चे को निकालने के लिए बोर के समीप ही गड्ढा खुदवाया जा रहा है। दो जेसीबी मशीन तत्काल पहुंच गई जो बोर के समीप ही गड्ढे की खुदाई कर रही है। 35 से 40 फिट के लगभग खुदाई जल्द हो जाये इसके लिए प्रशासनिक अधिकारी व्यवस्था बनाने में लगे हुए है। एसडीओपी त्योंथर उदित मिश्रा ने बताया कि मनिका गांव में एक बच्चा बोर में गिर गया है। तत्काल प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है जिसने राहत और बचाव कार्य शुरू करवा दिया है। जेसीबी मशीन की मदद से बोर के समीप गड्ढे की खुदाई कराई जा रही है। बोर में बीएमओ द्वारा आक्सजीसन की व्यवस्था कराई गई है। एनडीआरएफ की टीम को भी रीवा से बुलवाया गया है।