ये है पूरा मामला
दरसल, रात करीब 11 बजे सड़क पार करते लोगों ने जब यह लाइट देखी तो उन्हें लगा की कोई दुर्घटनाग्रस्त होकर नहर में गिर गई है। इसकी जानकारी लोगों ने
गोविन्दगढ़ पुलिस को दी। यह देखकर पुलिस को भी अपनी आंखों में विश्वास नहीं हुआ। पुलिस ने गोताखोरों को बुलवाया तो मौके पर कुछ नहीं मिला। नहर में लाइट किस वजह से जल रही थी यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है लेकिन यह रहस्यमई घटना गांव में चर्चा का विषय बनी हुई है।
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एनडीआरएफ की टीम ने पहले नहर में कांटा डालकर चेक किया तो उन्हें कुछ नहीं मिला। संदेह को दूर करने के लिए पुलिस ने रात में नहर का पानी बंद करवा दिया। सुबह जलस्तर नीचे जाने पर एनडीआरएफ के जवान पानी के अंदर उतरकर चेक किये लेकिन मौके पर कुछ भी नहीं मिला। आखिर यह लाइट किस चीज की जल रही थी यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। यदि कोई वाहन हादसे का शिकार होता तो वह भारी भरकम वाहन घटनास्थल पर ही मिल जाता लेकिन वहां कुछ भी नहीं मिला।
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गोविन्दगढ़ थाना प्रभारी संतोष तिवारी ने इस घटना पर कहा कि रात में एक गाड़ी के नहर में गिरने की सूचना मिली थी जिसकी लाइट जल रही थी। सूचना मिलते ही तत्काल पुलिस मौके पर पहुंच गई। थाना प्रभारी ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया जिस पर नहर में सर्चिंग की गई लेकिन उक्त स्थान पर कोई संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हो पाई। लाइट किस वजह से जल रही थी यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।
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जिस समय नहर में एनडीआरएफ की टीम लाइट का रहस्य जानने के लिए सर्चिंग कर रही थी उसी समय घटना से कुछ दूर एक बारहसिंगा नहर में कूद गया। वह पानी में बह रहा था जिसकी सूचना मिलने पर एनडीआरएफ की टीम पहुंच गई। नहर में उतरकर बारहसिंगा को बाहर निकाला गया जो पूरी तरह से सुरक्षित था। उसे बाद में जंगल में छुड़वा दिया गया।