वास्तु शास्त्र के अनुसार शमी के पौधे को शनिवार के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर लगाना शुभ माना जाता है। इसके अलावा आप नवरात्रि और दशहरे के दिन भी घर में शमी का पौधा लगा सकते।
शमी का पौधा हमेशा घर के मुख्य द्वार के निकट या छत पर लगाना ही उचित होता है। शमी के पौधे को मुख्य द्वार पर लगाते हैं तो ध्यान रखें कि घर से बाहर निकलते समय यह आपके दाएं तरफ होना चाहिए। इसे कभी भी घर के अंदर नहीं लगाना चाहिए। आप शनिवार के दिन साफ गमले में या भूमि पर शमी के पौधे को लगा सकते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार शनिवार के दिन गमले में शमी का पौधा लगाते समय इस पौधे की जड़ में 1 रुपए का सिक्का और सुपारी भी दबा दें। फिर इसके रोपण के बाद पौधे पर गंगाजल छिड़ककर इसकी पूजा करें।
अगर आप छत पर शमी का पौधा लगा रहे हैं तो इसे दक्षिण दिशा में लगाना चाहिए जहां इस पर सूर्य की भरपूर रोशनी भी पड़े। ध्यान रखें कि इस पौधे को कभी भी अंधेरे या छाया वाली जगह पर नहीं रखना चाहिए।
शमी के पौधे को कभी भी मुरझाने नहीं देना चाहिए वरना जीवन में नकारात्मक ऊर्जा आती है। अगर पौधा मुरझा गया है तो इस पौधे को हटाकर नया पौधा लगा दें। माना जाता है कि इसमें रोज पानी देने और दीपक जलाने से घर की सुख-शांति में वृद्धि होती है। साथ ही परिवार के लोगों की आर्थिक स्थिति भी बेहतर होती है।
शमी का पौधा घर के वास्तु दोष को दूर करने के साथ ही कुंडली में शनि की स्थिति को मजबूत करता है। जिससे आपको कार्यों में सफलता मिलेगी साथ ही धन लाभ की संभावनाएं भी बढ़ती हैं।