दो हजार साल बाद हो रहे इतने बड़े महाआयोजन में रिकॉर्ड 5733 प्रतिमाएं सिद्ध होने के लिए पहुंची। आचार्यश्री के सान्निध्य में इनकी प्राण प्रतिष्ठा होगी। तपकल्याणक शुरू होने से पहले शनिवार को यह सभी प्रतिमाएं महावेदी में पहुंचा दी गईं हैं। वहीं, 18 ब्रह्मचारी छुल्लक बनेंगे।
इन सभी को रविवार को दीक्षा दिलाई जाएगी। श्रद्धालु भी अपने साथ प्रतिष्ठा के लिए प्रतिमाएं ला रहे हैं। महामहोत्सव के मीडिया सेंटर के जलज कुमार जैन के अनुसार शनिवार सुबह तक 5733 प्रतिमाएं श्रावकों द्वारा पहुंचाई गईं हैं। जिन्हें महावेदी में दीक्षा के लिए रखा है।
दूसरे की परीक्षा लेने से पहले खुद परीक्षा देनी पड़ती है: आचार्यश्री
आचार्यश्री विद्यासागर ने कहा कि संसार में कितनी भी बाधाएं आएं, कितनी भी प्रतिकूलताएं आएं। अगर कोई सोच ले कि इस कार्य को पूर्ण करना चाहता हूं। तो हाथ उठाया और बजाया इससे कुछ नहीं होता। दूसरे की परीक्षा लेने से पूर्व खुद परीक्षा देनी पड़ती है। जैसे राम को शबरी देखती थी। ऐसे सारे भक्त बड़े बाबा को देखते थे।आप दो दिशाओं से नहीं चार दिशाओं से नहीं आठ दिशाओं से नहीं दसों दिशाओं से सुन सकते हैं।
एक व्यक्ति बैठा है देख सकता है। एक लाख व्यक्ति बैठे हैं और दो लाख कानों से सुन रहे हैं। बैठने से कुछ नहीं होता। चाहे यहां पर बैठो चाहे वहां बैठे कानों से आवाज सुनाई देगी। मैं भले ही उनसे दूर हूं। अपना आशीर्वाद उनको भेज देता हूं। अब मुझे वहां पर जाने की कोई आवश्यकता नहीं है।
दो लाख श्रावक, पांच हजार वाहनों से 3 घंटे जाम
वाहनों की रेलमपेल से कुण्डलपुर को जाने वाले सभी मार्गों में जाम लगा। 25 हजार से अधिक चार पहिया वाहन और और हजारों की संख्या में दो पहिया वाहनों से श्रद्धालु यहां पहुंचे।
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आलम यह था कि समन्ना से पटेरा मार्ग पर पांच हजार वाहनों का काफिला जाम में फंस गया। जिससे 3 घंटे तक आवागमन बंद रहा। बाद में यातायात पुलिस व स्वयंसेवकों ने प्रयास कर जाम खुलवा दिया।
संभावित ब्रह्मचारी दीक्षार्थी
सुमित गुना, अविचल जैन गुना, सचिन जैन मुंगावली, राजा भैया खिमलासा, सौरभ सागर, राहुल सागर, राजेश जैन सागर, मयूर जैन विदिशा, मानस जैन इंदौर, प्रांसुल जैन सतना, मयूर जैन सुरर्खी, अर्पित जैन फिरोजाबाद, चंदन जैन पंजाब, कार्तिक जैन दमोह, भूपेंद्र ललितपुर, ईश्वरदास महाराजपुर, सचिन जैन पुषद महाराष्ट्र व अमित जैन ललितपुर।