इसके अलावा घर में शांति की जगह अशांति, लड़ाई-झगड़े और नकारात्मकता हावी होने लगता है। वहीं बनते हुए काम तक बिगड़ने लगते हैं और हर एक काम में असफलता हाथ आने लगती है। वास्तु की जानकार रचना मिश्रा के अनुसार वास्तुशास्त्र में अचानक ऐसी घटनाओं के बढ़ जाने के पीछे, आपके घर और आस-पास फैली नकारात्मक ऊर्जा और वास्तु दोष को कारण माना जाता है। इन वास्तुदोषों के कारण ही अक्सर हमारे पास पैसा नहीं टिक पाता है। आइए जानते हैं इनका कारण…
: वास्तु में सूखे पौधे निराशा का प्रतीक माने गए हैं, ये तरक्की में बाधा बनते हैं। यदि आपने अपने घर के आंगन में पौधे लगा रखें है तो उनकी उचित देखभाल करें।
: घर में लगातर पानी की बर्बादी होना जैसे, घर की टंकियों से अनावश्यक पानी का बहना, नल की टोटियों से लगातर पानी का टपकना वास्तु में अशुभ माना गया है। इससे चंद्रमा कमजोर होता है जिससे धन हानि और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां आती हैं।
: घर के बिल्कुल सामने कोई भी पेड़, बिजली का खंभा या बड़ा पत्थर नहीं होना चाहिए। इस हमेशा धन हानि और नकारात्मक फैलती है।
: घर पर रखी हुए घड़ियां कभी रुकी नहीं होनी चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का विस्तार होता है और किसी भी कार्य में सफलता देर तक मिलती है।
: घर का मुख्य द्वार हमेशा साफ और सुंदर रखना चाहिए। शाम के वक्त इस जगह पर हमेशा रौशनी होनी चाहिए। यहाँ पर अंधेरा रखना बेहद अशुभ माना जाता है।
: रसोईघर के सामने या बगल में बाथरूम नहीं होना चाहिए। ये आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का कारण बनता है, किचन में पहुंचने वाली नकारात्मकता आपके पूरे घर को परेशानी दे सकती है।
: बाथरूम और रसोई के पानी की निकासी के पाइप का मुहं उत्तर,पूर्व या उत्तर-पूर्व में होना वास्तु के अनुसार शुभ माना जाता है।