पं. प्रदीप मिश्रा का कहना है कि नींद आने के तुरंत बाद आने वाला सपना मान्य नहीं है। वहीं पं. मिश्रा के मुताबिक रात में मध्याह्न का सपना याद नहीं है तो वह भी मान्य नहीं होता।
लोगों को आने वाले इन सपनों के संबंध में शिवपुराण कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का कहना है कि ब्रह्मवैवर्त पुराण के श्री कृष्ण जन्म खंड में सपनों के विषय में बताया गया है। उन्होंने इस संबंध में जानकारी अपने कथा के दौरान दी।
तो चलिए जानते हैं कि पं. प्रदीप मिश्रा के अनुसार किस समय पर देखा गया सपना सत्य होता है साथ ही ये भी जानते हैं कि सपने कौन से शुभ होती हैं।
जबकि पं. प्रदीप मिश्रा के अनुसार वह सपना जो ब्रह्म मुहुर्त में देेखा जाता है, यदि उसे किसी को न बताएं तो आने वाले चंद ही महीनों में वो सपना सत्य हो जाता है।
माना जाता है कि व्यक्ति द्वारा सपने में मृत्यु देखने का अर्थ किसी शुभ कार्य के होने से जुड़ा होता है।
इसके अलावा ब्रह्म मुहुर्त में सपने में शिवलिंग का दर्शन हो जाए तो समझ जाइए कि आपको कार्य में सफलता मिलने वाली है।
वहीं अन्य कई जानकारों को मानना है कि स्वप्न शास्त्र के मुताबिक यदि आपको सपने में बहुत तेज बारिश होती दिखे तो यह इशारा सुखद समृद्धि की ओर होता है। इसका अर्थ ये है कि आपकी आमदनी के नए स्रोत बनने वाले हैं साथ ही आपकी आर्थिक समस्याएं बहुत जल्द खत्म होंगी।
इसके अलावा यदि सपने में आप में चींटियों को चलते देखते हैं, तो इसका अर्थ यह है कि जल्द ही आपको अपना फंसा हुआ धन वापस मिलेगा। इसके साथ ही आपके रुके हुए सारे काम भी जल्द पूरे हो सकते हैं।