जीवनसाथी की पसंद- नापसंद (Partners Likes And Dislikes)
हर इंसान की अपनी खास पसंद- नापसंद होती है, जैसे किस तरह का खाना पसंद है, घूमना-फिरना, गाने की पसंद ,पसंदीदा फिल्म, डांस करना या फिर किताब पढ़ना पसंद है या कुछ और। इन सारी बातों पर खुलकर बात करना जरूरी है ताकि दोनों को पता रहें कि आपस में किस चीज में समानता है और कहां पर आप एक-दूसरे से अलग हैं। छोटी-छोटी खुशियों को एक साथ जीना शादी को खास बना देता है।
लाइफस्टाइल कैसी है (Partners lifestyle)
जब दो लोग एक छत के नीचे रहने लगते हैं, तो उनका लाइफस्टाइल बहुत मायने रखता है। अगर आप दोनों में से कोई सुबह जल्दी उठने का शौकीन है और दूसरा देर तक सोना पसंद करता है, तो दोनों के बीच तालमेल बैठाना जरूरी है। शादी से पहले यह जानना कि आपके पार्टनर का दिन कब और कैसे शुरू होता है, उनका काम करने का तरीका कैसा है, इससे शादी के बाद जीवन की छोटी-छोटी चीजों में मेल-जोल बनाना आसान हो जाता है।
करियर और आगे का प्लान (Partners Career And Future Plans)
आज के समय में दोनों पार्टनर्स का करियर और प्रोफेशनल लाइफ बहुत जरुरी होता है। शादी से पहले यह जान लेना चाहिए कि पार्टनर अपने करियर को लेकर कितना गंभीर है, क्या वे किसी मुश्किल खड़ी में समझौता कर सकते हैं, और उनके सपने क्या हैं। इन बातों पर पहले से बात करने से क्लैरिटी बनी रहती है। जिससे शादी के बाद करियर या आगे के प्लान को लेकर परेशानी नहीं होगी।
शौक और आदतें (Partners Hobbies And Habits)
शादी के बाद खुशहाल जिंदगी के लिए एक- दूसरे के शौक और आदतों को समझना भी बहुत जरूरी है। जैसे अगर एक पार्टनर को डांस करने का शौक है और दूसरे को खेल-कूद पसंद है, तो दोनों को एक- दूसरे के शौक का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही रोजमर्रा की आदतें जैसे कि स्मोकिंग, ड्रिंकिंग, फिटनेस का शौक, ये सभी चीजें भी रिश्ते को प्रभावित करती हैं। शादी से पहले इन आदतों पर बात कर लें ताकि किसी को कोई दिक्कत न हो और रिश्ता मजबूत बना रहें।
आर्थिक स्थिति और फाइनेंशियल प्लानिंग
शादी के बाद आर्थिक स्थिति बहुत महत्वपूर्ण होती है। शादी से पहले यह जान लेना चाहिए कि पार्टनर की आर्थिक स्थिति क्या है, उनकी बचत (saving) करने की आदत कैसी है, और क्या वे फ्यूचर सेविंग (Future saving) के बारे में सोचते हैं। एक मजबूत रिश्ता वही होता है जिसमें दोनों पार्टनर आर्थिक जिम्मेदारियों को समझते हैं और एक साथ मिलकर फाइनेंशियल प्लान बनाते हैं।
स्वास्थ्य और सेहत (Partners Health And Wellness)
पार्टनर के स्वास्थ्य के बारे में जानना उतना ही जरूरी होता है जितना बाकि चीजों के बारे में जैसे उनके फिजिकल फिटनेस, कोई पुरानी बीमारी या मेडिकल कंडीशन हो तो उसके बारे में भी खुलकर बात करनी चाहिए। इससे फ्यूचर में कोई दिक्कत नहीं होगी और आप दोनों एक-दूसरे का अच्छे से ख्याल रख सकते हैं। ये भी पढ़े-अगर आप भी बियर्ड रखते हैं तो, आसानी से घर पर बनाये ये तीन फेस पैक, दमक उठेगा चेहरा फैमिली प्लानिंग को लेकर विचार
शादी के बाद परिवार बढ़ाने की प्लानिंग हर कपल के लिए अलग होती है। इस बारे में पहले से बात कर लेना चाहिए कि दोनों फैमिली प्लानिंग को लेकर क्या सोचते है, कितने समय बाद और कितने बच्चों की चाहत है। ऐसा करना आपके शादीशुदा जिन्दगी को खास बना देता है।