भू- अभिलेख विभाग की माने तो पिछले दस साल के रिकार्ड से अधिक बारिश दर्ज हो चुकी है। खेतों में जल भराव के कारण सोयाबीन फसलों में नुकसान की आशंका दिन पर दिन बढ़ती जा रही है, अब तक कृषि विभाग के अनुसार जलभराव, अफलन और कीट व्याधी से हजारों हजार हेक्टेयर प्रभावित होने का अनुमान लगाया जा रहा है। जबकि अब तक कुल बारिश 1472.6 मिमी यानि (58 इंच) से अधिक दर्ज हो चुकी है। पिछले साल 756.0 मिमी आज तक हुई थी, जबकि औसत वर्षा भी 715.8 मिमी दर्ज की गई। 185 मिमी रावटी विकासखंड में बारिश दर्ज की गई।
विकासखंड आज अब तक
आलोट- 155 1662.0
जावरा- 126 1492.0
ताल- 124 1625.0
पिपलौदा- 115 1335.0
बाजना- 257 1327.0
रतलाम- 073 1260.0
रावटी- 185 1692.0
सैलाना- 120 1417.0 फसलें खराब तो किसान इनसे भी कर सकते सम्पर्क
उपसंचालक कृषि जीएस मोहनिया ने बताया कि कृषकों द्वारा अतिवृष्टि, जलभराव आदि से नष्ट होने संबंधित शिकायत फसल बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर 180030024088 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। बीमा कंपनी एवं कृषि विभाग को भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। योजना संबंधित अधिक जानकारी के लिए फसल बीमा कंपनी के जिला स्तरीय प्रतिनिधि राजकिशोर सिंह के मोबाइल नंबर 9304196987 से संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा जिले की समस्त तहसीलों में कार्यरत बीमा कंपनी के सदस्यों के संपर्क नंबर आलोट आनंद शुक्ला 8318490738, बाजना जगदीश वर्मा 9450945711, जावरा बसंत कुमार 9920472683, पिपलोदा विशाल सिंह 8948720642, रतलाम 9305001390, सैलाना कमलेश कुमार यादव 7607443835, रावटी सुरेश जाट 89623 58500, ताल विनोद कुमार 8839733608 पर संपर्क कर सकते हैं। कलेक्टर रूचिका चौहान ने कृषि विभाग के मैदानी अमले को फसल नुकसानी संबंधित सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।