असल में पश्चिम रेलवे के रतलाम रेल मंडल से चलने वाली 39 ट्रेन में जुलाई माह से मसाज की सुविधा देने का निर्णय रेलवे ने किया है। इसमे साप्ताहिक व नियमित रुप से चलने वाली ट्रेन शामिल है। रेलवे के अनुसार 100 रुपए से लेकर 500 रुपए तक मसाज के लगेंगे।
हर कोई कर रहा विरोध रतलाम डीआरएम सुनकर ने जब इस सुविधा को लेकर ट्वीट किया तो अब तक करीब 350 कमेंट्स व 1000 लाइक हो गए। अधिकतर लोगों ने इस सुविधा का मजाक उड़ाया। यात्रियों ने लिखा की पहले ट्रेन को समय पर तो चलवा दो, फिर मसाज की सुविधा दे देना। इतना ही नहीं, ट्रेन में गंदगी से लेकर अनेक बात यात्रियों ने लिखी। बड़ी बात ये की अधिकतर लिखने वाले इंदौर के यात्री है।
बताया नवाचार तो हुआ ये असल में डीआरएम ने इस सुविधा को नवाचार के रुप में बताया। इस पर ही अधिकांश यात्रियों ने ट्रेन में पानी की कमी, गंदगी, समय पर ट्रेन के नहीं चलने, खानपान में ओवरचार्जिंग आदि के बारे में लिखा। इतना ही नहीं, आमजन ने तो यहां तक लिख दिया अगर टीटीई ट्रेन में सीट के बदले खुद की जेब भरना रुपए लेकर बंद करें तो ही रेलवे को कमाई हो जाए। असल में रेलवे को लगता है कि इस योजना से उसको २० लाख रुपए सालाना अतिरिक्त आय होगी। इतना ही नहीं, अतिरक्त यात्री भी मिलेंगे। रेलवे ने इंदौर की ही एक कंपनी को इस कार्य की निविदा दी है। अब इंदौर के सांसद ही इसके खिलाफ मैदान में उतर गए है। संस्कृति की बात बोलकर सांसद ने इसका विरोध शुरू कर दिया है।