औद्योगिक थाना प्रभारी जनकसिंह रावत ने बताया जावरा निवासी शिक्षक संजय चौैहान दोस्तो के साथ रविवार को पार्र्टी के लिए निकला था। पैैसे नही होने के चलते दोस्तो ने उस पर कमेंट्स किए, कमेंट्स के चलते शिक्षक डिपे्रशन में आ गया ओर भीमाखेड़ी रेलवे पटरी पर आत्महत्या करने की मंशा से पहुंच गया। सूचना मिलते ही थाने के एएसआई यूनुस खान मौके पर पहुंचे ओर ट्रेन का इंतजार कर रहे शिक्षक संजय चौैहान को थाने लाए। जहां एएसआर्ई ओर पुलिस ने डिप्रेशन में आए युवक का ब्रेन वाश किया।
पुलिस का कहना था पत्नी व बच्चे रतलाम हैै, सूचना मिलतेे ही वे भी जावरा के लिए निकले। डिप्रेशन में आए शिक्षक चौैहान ने सबसे पहले फेसबुक पर करीब 12.30 बजे एक पोस्ट डाली। उसने एक महिला ओर युवती का फोटो पोस्ट करते हुए मित्रों से निवेदन किया कि ये दोनो जेवरात व नगद लेकर कही चले गए हैै, दिखे तो सूचना दे। फिर करीब डेढ बजे दूसरी पोस्ट स्वयं का फोटो डालते हुए लिखा कि आप इस चेहरे को भविष्य में नही देख सकते, आप सभी को धन्यवाद, सभी दोस्त खुश रहे। तीसरी पोस्ट में लिखा कि एक जिन्दा आदमी भीख मांंगता हैै तो कोई नही देता, मरने के बाद कांधा लगाने सब आते हैै।
चौैथी पोस्ट में लिखा धन्यवाद मेरे सभी दोस्तो में मौैत में जा रहा हुॅॅ। फिर एक अन्य पोस्ट में लिखा गोविंग टूू डेथ, अंतिम पोस्ट करीब पौैने तीन बजे डाली ओर लिखा कि मै ट्रेन का इंतजार कर रहा हुु, आप सभी को अलविदा। इस बीच किसी ने पुलिस को सूचना दी ओर एएसआई यूनुस खान भीमाखेड़ी ट्रेक पर पहुंचे जहां आत्महत्या के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे शिक्षक को बचाया।