सुराणा गांव के हिंदुओं ने मुस्लिमों की प्रताडऩा से तंग आकर मंगलवार को कलेक्ट्रेट जाकर गांव छोडऩे की चेतावनी दी थी। इसके बाद रात को उन्होंने अपने घरों और दुकानों पर बिकाऊ है लिखवा भी दिया था। रात में अचानक हुए परिवर्तन से जिला और पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। बुधवार सुबह कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी गौरव तिवारी सहित प्रशासनिक अमला गांव पहुंचा।
– एसपी तिवारी ने बताया कि गांव में किसी भी तरह की असामाजिक गतिविधि को रोकने के लिए संवेदनशील व प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का निर्णय करते हुए गुरुवार से ही ये कैमरे लगाए जाना शुरू कर देंगे।
– गांव सुराणा में नई पुलिस चौकी बुधवार से शुरू कर दी गई है। इसमें एक एसआई, एक एएसआई के साथ ही एक-चार का बल तैनात किया गया है। चौकी पर कुल १३ लोगों का बल लगाया गया है।
इस गांव में दोनों समुदाय के बीच अविश्वास की समस्या ज्यादा सामने आई है। किसी को गांव छोड़कर जाने की जरुरत नहीं है। पूर्व में कुछ अपराध भी हुए हैं। छोटी-छोटी हरकतों से समाज उद्वेलित भी हुआ है। आपराधिक रिकार्ड वालों को जिलाबदर किया जाएगा। गांव में अस्थायी पुलिस चौकी खोल रहे हैं। दोनों पक्ष के प्रबुद्ध लोग यह चाहते हैं कि गांव में शांति रहे। कानून व्यवस्था बनाना हमारी पहली प्राथमिकता है। किसी ने कानून हाथ में लेने की कोशिश की तो उसके सारे वैध-अवैध धंधों, अतिक्रमण आदि पर कार्रवाई की जाएगी।
कुमार पुरषोत्तम, कलेक्टर, रतलाम
सौहाद्र्र बिगाडऩे की इजाजत नहीं
किसी को भी जिले का सौहाद्र्र बिगाडऩे की इजाजत नहीं है। गांव में सभी आपसी भाईचारे से रहे यह हमारी प्राथमिकता है। कोई ऐसी हरकत करता है तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा। पुराने अपराधों को भी खंगाला जाएगा। गांव में अस्थायी पुलिस चौकी शुरू की जा रही है।
गौरव तिवारी, एसपी, रतलाम