रेलवे ने मंडल के सभी स्टेशनों पर पॉलिथीन मुक्ति को लेकर अभियान भी चला रखा है। शहर में एक स्वच्छता रैली के जरिए संदेश दिया गया है तो स्टेशनों पर खाद्य सामग्री की बिक्री के दौरान सिंगल यूज प्लास्टिक को भी बैन कर दिया गया। इसके बाद डीआरएम आरएन सुनकर ने रविवार को ट्विट के जरिए बताया कि पॉलिथीन मुक्त स्टेेशन की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से मंडल के विभिन्न स्टेशनों के स्टॉलों पर खाद्य सामग्री देने के लिए पेड़ के पत्तों का इस्तेमाल शुरू किया जा रहा है।
मुंबई-रतलाम-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में पॉलीथीन टेरेफ्थेलेट सिस्टम लगाया गया है। चलती ट्रेन में ही प्लास्टिक बोतल को क्रश किया जा रह है। इस माह शुरू हुए प्रयोग के सफल रहने पर इसको देशभर की ट्रेन में लागू किया जाएगा। रेलवे ने कर्शर मशीन को राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में स्वच्छ भारत और गो ग्रीन मिशन के अंतर्गत लगाया है। मशीन में प्रतिदिन करीब तीन हजार प्लास्टिक बोतलों को क्रश कर रहे है तो 90 पॉलिइथलीन टेरप्थलेट बोतलों को रिसाइकिल भी किया जा रहा है।
लगातार बिगड़ते पर्यावरण के बारे में हमारे पीएम से लेकर रेलमंत्री ने अपनी चिंता जाहिर की है। इसके बाद ये नया प्रयोग शुरू किया है। स्टेशनों के स्टॉल पर पेड़ के पत्तों में खाद्य सामग्री दी जाएगी।
– आरएन सुनकर, मंडल रेल प्रबंधक