रतलाम। हर प्रकार के ग्रहण का भारत में विशेष महत्व है। भारतीय ज्योतिष से लेकर पुराण में इसका विस्तार से उल्लेख है। इस बार 2 जुलाई को सूर्य ग्रहण आ रहा है। इसका असर विभिन्न राशियों पर अलग-अलग तरह से होगा। मिथुन राशि में होने वाला ये ग्रहण कई प्रकार से प्रभाव डालेगा। ये बात रतलाम के प्रसिद्ध ज्योतिषी व पूर्व राज परिवार के सलाहकार अभिषेक जोशी ने कही। वे भक्तों को ग्रहण 2019 के बारे में बता रहे थे।
ज्योतिषी जोशी ने बताया कि 2 जुलाई को 2019 का दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा। भारतीय ज्योतिष पंचाग के अनुसार सूर्य ग्रहण चार घंटे 33 सेकेंड तक चलेगा। 2 जुलाई को लगने वाले सूर्य ग्रहण की शुरूआत न्यूजीलैंड से होगी जो दक्षिण प्रांत के चिली, अर्जेनटीना सहित कई हिस्सों में पहुंचेगा। सूर्य ग्रहण रात 11 बजकर 31 मिनट से 2 बजकर 15 मिनट तक लगेगा और इस वक्त में भारत में रात होगी।
पुराण में ये बताया गया है ग्रहण के बारे में पौराणिक कथाओं के अनुसार समुंद्र मंथन के दौरान अमृत को असुरों ने देवताओं से छीन लिया था जिसकी वजह से भगवान विष्णु ने कन्या का रूप धारण करके अमृत को असुरों और देवाताओं में बांटने लगें, लेकिन विष्णु की चाल राहु नामक असुर ने समझ लिया और अपना वेश बदलकर देवाताओं के बीच बैठ गया। राहु के अमृतपान की वजह से सूर्य और चंद्रमा ने उसकी भांडा फोड़ दिया। बाद में विष्णु ने अपने चक्र से राहु असुर का धड़ अलग कर दिया। इसलिए मान्यता है कि राहु नक्षत्र में जो पैदा होता है उसके ऊपर सूर्य ग्रह का असर पड़ता है। ये लोग प्रसिद्धी नहीं पा पाते है, लेकिन मंत्र के जाप से व्यक्ति इन परेशानियों पर विजय पा सकता है।
ये काम नहीं करना चाहिए ग्रहण में भारतीय ज्योतिष के अनुसार जब ग्रहण लगा हो उस दौरान व्यक्ति को खानें-पीने से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा व्यक्ति को सूर्य ग्रहण के दौरान सोना भी नहीं चाहिए। व्यक्ति को मांसाहारी भोजन से परहेज करना चाहिए। गर्भवाती महिलाओं को लेकर मान्यता है कि ग्रहण के दौरान महिलाओं को सोना नहीं चाहिए और चलता फिरते रहना चाहिए। कहा जाता है कि अगर कोई महिला सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के दौरान सोती है तो उसके बच्चें पर इसकी प्रभाव दिखाई देता है।
इस तरह होगा असर 2 जुलाई को जब भारत में सूर्य ग्रहण होगा, तब मीन लग्न रहेगा। ये योग मंगल दोष से मुक्त रहेगा। मिथुन राशि में होने वाला ये ग्रहण आद्रा नक्षत्र में होगा। राहु के नक्षत्र में होने वाला ग्रहण कई राशि वालों के जीवन में उथल-पुथल करेगा। लग्न से चौथे भाव में सूर्य दैत्य गुरु शुक्र, राहु, चंद्र के साथ रहेगा। दशम भाव में बैठे शनि व केतु की सूर्य पर नजर रहेगी। ये साफ है कि मिथुन राशि के साथ-साथ धनु राशि वालो के लिए ये ग्रहण काफी खराब परिणाम देगा। अमावस्या के दिन होने वाला ये ग्रहण भारत में आतंकी घटनाओं की वृद्धि करेगा।
राशि पर होगा ये असर मेष राशि वालों को पराक्रम का नुकसान, वृषभ राशि वालों को धन का नुकसान, मिथुन राशि वालों को सर पर लगने का भय, कर्क राशि वालों को आंख में लगने का भय, सिंह राशि वालों को धन लाभ रुकना, कन्या राशि वालों को नौकरी व प्रमोशन में नुकसान, तुला राशि वालों को भाग्य का रुठना, वृश्चिक राशि वालों को वाहन दुर्घटना, धनु राशि वालों को यश का नुकसान, मकर राशि वालों को नौकरी व धन का बड़ा लाभ का योग, कुंभ राशि वालों को खुश खबर मिलना, मीन राशि वालों को अर्थ का नुकसान होगा।
ये करें राशि वाले उपाय मेष व वृश्चिक राशि वाले बलरंग बली की आराधना, वृष व तुला राशि वाले मां दुर्गा की आराधना, मिथुन व कन्या राशि वाले भगवान गणेश की आराधना, कर्क राशि वालोंं को महादेव की आराधना, सिंह राशि वालों को सूर्य आराधना, धनु व मीन राशि वालों को भगवान विष्णु की आराधना, मकर व कुंभ राशि वालों को गणेश व हनुमान की संयुक्त आराधना से अधिक लाभ होगा।