डॉक्टर अभय ओहरी ने बताया कि चीकू एक ऐसा फल है जो स्वाद में रसीला और मीठा होने के साथ-साथ लाभदायक भी होता है। चीकू आजकल लगभग पूरे साल ही बाजार में मिल जाता है। शरीर में अगर पानी की कमी होती है तो चीकू खाने से डिहाइड्रेशन ( Dehydration ) दूर होने के साथ-साथ पौष्टिकता भी मिलती है। आयुर्वेद के अनुसार चीकू एक ऐसा फल है जिसके अनगिनत लाभ है। चीकू में विटामिन और मिनरल भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
डॉक्टर अभय ओहरी ने बताया कि गोल-गोल रसीला चीकू पोषक तत्वों से भरपूर शक्ति वर्द्धक तथा बुखार कम करने वाला होता है। चीकू के बीज के सेवन से मूत्र संबंधी समस्या में लाभ मिलता है। इसके तने में शक्तिवर्द्धक गुण होता है। इसके साथ ही चीकू में बहुत सारे न्यूट्रीएन्ट्स ( Nutrients ) और एन्टीऑक्सिडेंट ( Antioxidant ) गुण भी होते हैं। चीकू लगभग पूरे साल फलता-फूलता है, इसलिए पूरे वर्ष भर चीकू मिल्कशेक का मजा लोग ले पाते हैं।
डॉक्टर अभय ओहरी ने बताया कि अक्सर खाने-पीने में बदलाव या असंतुलन होने पर दस्त होने लगता है। ऐसे समय पका हुआ चीकू खाने से दस्त से राहत मिलती है।
डॉक्टर अभय ओहरी ने बताया कि आम तौर पर शरीर में सही पौष्टिकता की कमी या बहुत दिनों से बीमार रहने के कारण भी कमजोरी होती है। चीकू ऐसे कमजोरी को कम करने में मदद करता है। चीकू के 1-2 फलों का नियमित सेवन करने से शरीर पुष्ट होता है तथा दुर्बलता कम होती है। कमजोरी दूर करने में चीकू का सेवन बहुत ही फायदेमंद सिद्ध होता है।
डॉक्टर अभय ओहरी ने बताया कि कभी-कभी बिना किसी कारण के बुखार कम होने का नाम नहीं लेता है। चीकू की छाल का काढ़ा बनाकर 5-10 मिली मात्रा में पिलाने से जीर्ण ज्वर में लाभ होता है। बुखार से जल्दी राहत मिलने में चीकू का काढ़ा बहुत ही फायदेमंद होता है।
डॉक्टर अभय ओहरी ने बताया कि सर्दी और खांसी होने पर आप यदि चीकू का सेवन करते है तो ये आपके लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि चीकू में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते है जो संक्रमण को दूर कर सर्दी और खांसी से राहत दिलाने में मदद करती है।
डॉक्टर अभय ओहरी ने बताया कि चीकू स्किन के हेल्दी बनाये रखने में भी सहायक होता है, क्योंकि इसमें रोपण यानि हीलिंग का गुण पाया जाता है जो कि स्किन के घाव को जल्दी भर देता है साथ ही चीकू बढ़ती उम्र के कारण स्किन पर होने वाले परिवर्तनों को भी रोकने में सहायक होता है।