VIDEO धन्यवाद दीजिए इनको, लॉकडाउन में आप तक जरूरी सामग्री पहुंचे इसलिए यह कर रहे लगातार काम
देश में 14 अप्रैल तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन कोरोना वायरस के संक्रमण को बढऩे से रोकने के लिए लगाया है। मध्यप्रदेश के रतलाम में आप तक जरूरी सामग्री लगातार पहुंचे इसलिए कुछ लोग लगातार काम कर रहे है। यह लोग सुबह होते ही रेलवे ट्रैक पर जाते है व मालगाड़ी का सुरक्षित संचालन हो इसलिए कार्य कर रहे है। इसलिए इन कर्मचारियों को धन्यवाद देना बनता है।
रतलाम. देश में 14 अप्रैल तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन कोरोना वायरस के संक्रमण को बढऩे से रोकने के लिए लगाया है। मध्यप्रदेश के रतलाम में आप तक जरूरी सामग्री लगातार पहुंचे इसलिए कुछ लोग लगातार काम कर रहे है। यह लोग सुबह होते ही रेलवे ट्रैक पर जाते है व मालगाड़ी का सुरक्षित संचालन हो इसलिए कार्य कर रहे है। लॉकडाउन की वजह से शहर बंद है। लोग घरों में कैद है। छूट सिर्फ जरूरी सामान खरीदने जितनी है। रेलवे का सारा कामकाज भी ठप है। फिर भी मंडल सहित पूरे पश्चिम रेलवे में मालगाडि़यां दौड़ रही है, जिससे जरूरी सामान आप व हम तक पहुंच सकें। इसलिए इन कर्मचारियों को धन्यवाद देना बनता है।
href="https://www.patrika.com/ratlam-news/the-happy-news-between-the-carona-virus-5929091/" target="_blank" rel="noopener">कारोना वायरस के बीच आई खुश खबर
लॉकडाउन की वजह से शहर बंद है। लोग घरों में कैद है। छूट सिर्फ जरूरी सामान खरीदने जितनी है। रेलवे का सारा कामकाज भी ठप है। फिर भी मंडल सहित पूरे पश्चिम रेलवे में मालगाडि़यां दौड़ रही है, जिससे जरूरी सामान आप व हम तक पहुंच सकें। इनका परिचालन नहीं रुके इसलिए ट्रैक पर लाल वर्दी में तो प्लेटफॉर्म पर मास्टर कार्यालय में स्टेशन प्रबंधक से लेकर अन्य कर्मचारी लगातार काम कर रहे है। प्लेटफॉर्म पर जब यात्रियों की आवाजाही बंद है तब भीड़ भरे रहने वाले स्टेशन पर सन्नाटे के बीच ट्रेन को संकेत देने से लेकर चलवाने तक के सारे कार्य कर्मचारी कर रहे है। रेलवे में ट्रैकमैन, स्टेशन मास्टर, इंजन चालक, गार्ड, सिग्नल विभाग, कंट्रोल रूम के कर्मचारी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है।
स्टेशन पर चौथा गेट हो रहा तैयार, मार्च अंत तक पूरा होगाअगली मालगाड़ी आ सके रेलवे में 21 मार्च से यात्री सेवा बंद है। इसके बाद से सन्नाटा पसरा हुआ है। लेकिन स्टेशन मास्टर स्वीच वाले पैनल बोर्ड का संचालन छोटे स्टेशन पर कर रहे है तो बडे़ स्टेशन पर मालगाड़ी का परिचालन, ठहराव, माल उतरना आदि को स्टेशन मास्टर देख रहे है। यह सब सिर्फ इसलिए हो रहा है, जिससे आमजन को वो सब जरूरी सामान मिले जो उनकी जरुरत है। वॉकी टॉकी से ट्रेन चलाने वाले चालक को जरूरी निर्देश देने सहित ट्रेन को आगे चलाने के लिए कहा जा रहा है। इतना ही नहीं, मालगोदाम में जब ट्रेन माल लेकर आती है तो उसको समय अनुसार खाली करवाने के जरूरी निर्देश दिए जा रहे है, जिससे अगली मालगाड़ी आ सके।
एमपी में बोर्ड परीक्षा में सवाल, आजाद कश्मीर के बारे में बताओभले बंद हो गया, पर ले रहे जानकारी भले कहने को कार्यालय बंद है, लेकिन पलपल की जानकारी मंडल के अधिकारी ले रहे है। मंडल में करीब 110 से अधिक परिचालन विभाग के रेलवे स्टेशन है जहां से मालगाड़ी के निकलने पर इनको लाल हरी झंडी दिखाई जाती है। इन स्टेशन पर 8-8 घंटे की तीन पाली में काम लगातार चल रहा है। इतना ही नहीं रेलवे अस्पताल से लेकर रेलवे नियंत्रण रूम में कर्मचारी लगातार काम कर रहे है।
VIDEO पूरा मिलेगा कैंसल टिकट का रिफंड, बस करना होगा यह आसान कामसीमा पर सैनिक, यहां हमारे कर्मचारी जिस तरह सीमा पर सैनिक चौकस रहता है तो राष्ट्र सुरक्षित रहता है, उसी तरह ट्रैक से लेकर कंट्रोल रूम तक हमारे कर्मचारी तैनात है इसलिए मालगाड़ी में प्रत्येक जरूरी वस्तु का परिचालन हो पा रहा है।