अपहरण के केस भी बढ़े जिले में इस साल अपहरण के केस में भी काफी बढ़ोतरी दर्ज हुई है। पिछले दो सालों 2022 और 2023 में क्रमश 226 और 279 अपहरण नवंबर तक दर्ज हुए थे जबकि इस साल इसका आंकड़ा 343 पहुंच चुका है। कुछ इसी तरह के आंकड़ेछेड़छाड़ के भी सामने आए हैं। इस साल यह आंकड़ा 160 के पार पहुंच चुका है।
एनडीपीएस में सबसे ज्यादा अवैध मादक पदार्थों के परिवहन पर एनडीपीएस एक्ट की बात की जाए तो इस साल पुलिस ने इसे लेकर काफी गंभीरता से और अच्छा काम किया है। पिछले दो सालों में पुलिस ने 80 केस एनडीपीएस एक्ट के बनाए थे। इतने ही केस पुलिस अब तक बना चुकी है। इसमें भी एमडी ड्रग और स्मैक पकडऩे के केस ज्यादा हैं।
इनमें ज्यादा कसावट पुलिस ने मुस्तैदी और कसावट रखी जिससे डकैती और डकैती के प्रयास के मामलों में कमी आई है। आमतौर पर साल में तीन-चार केस हो जाते किंतु इस बार दो ही मामले सामने आए हैं। दीगर बात यह है कि लूट के मामलों में इस साल कुछ बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
अपराधियों पर भी नियंत्रण अपराधियों पर नियंत्रण रखने के लिए पुलिस के पास धारा 107/116 का हथियार है। इस साल पुलिस ने इसका सबसे ज्यादा उपयोग अपराधियों पर किया है। यही वजह है कि पिछले सारे रिकार्ड टूट गए हैं। इस साल अब तक 35 हजार केस में 45 हजार आरोपी बनाए गए।
फैक्ट फाइल केस 2022 2023 2024 हत्या 28 30 44 हत्या का प्रयास 44 37 44 डकैती 03 00 02 डकैती के प्रयास 04 02 02 लूट 17 13 19
चेन स्नेचिंग 03 02 02 अपहरण 226 279 343 गृह भेदन 171 124 113 चोरी 197 188 174 पशु चोरी 13 13 20 बलात्कार 179 217 202 बलवा 36 42 21
छेड़छाड़ 148 147 162 अन्य धाराएं 5679 5735 6282 लघु अधिनियम के केस आर्म्स एक्ट 214 300 128 एनडीपीएस 24 56 80 एक्साइज 2304 3457 3176 107/116 केस 11261 24435 35973
107/116 आरोपी 24249 39265 45145 लगातार पुलिस की कसावट पुलिस की लगातार कसावट रही है। यही वजह है कि हम एनडीपीएस एक्ट के ज्यादा केस कर पाए। जहां तक हत्या की बात है तो इनके ज्यादातर केस के खुलासे कर दिए गए हैं और अपराधी भी गिरफ्त में ले चुके हैं।
राकेश खाखा, एएसपी