स्वास्थ्य विभाग के एपिडेमियोलॉजिस्ट प्रमोद प्रजापति ने बताया कि जिन चार लोगों को पिपलोदा तहसील के नांदलेटा गाँव से उठाया गया है, वे लोग बीते 4 दिनों से यहां आकर उनके रिश्तेदार के यहां पर छिपे बैठे थे। सूचना पर बीएमओ डॉ योगेंद्र गामड़ टीम सहित संबंधित के घर पहुंचे और वहां रहने वाले चारों लोगों को उठाकर क्वॉरेंटाइन किया है, साथ ही इन सभी की जांच भी की गई है। यह सभी लोग नागदा के उसी मोहल्ले के रहने वाले हैं जहां पर कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद मोहल्ले को सील किया गया है। युवक के कोरोना संदिग्ध होने की जानकारी जब इन लोगों को मिली तो यह परिवार सहित नागदा से रतलाम जिले के पिपलोदा स्थित नांदलेटा गांव पहुंच गए और यहां अपने रिश्तेदार के घर में छिपे बैठे थे। देर शाम स्वास्थ विभाग की टीम ने नागदा से आए लोगों के साथ ही जहां लोग रुके थे उस परिवार कुछ अन्य लोगों के भी सैंपल जांच के लिए एकत्र करना शुरू कर दिए।
जिला अस्पताल में आ? कोरोना वायरस ? के 38 संदिग्ध मरीजों में से 32 की रिपोर्ट आ चुकी है, 6 लोगों की रिपोर्ट आना शेष है। इनमें से तीन मृतक है और एक मृतक के पिता है। वहीं दो अन्य भर्ती मरीज है, जिनमें एक युवती शामिल है। वहीं डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन भी अस्पताल पहुंची और सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर से चर्चा कर कोरोना से निपटने के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की और दिशा निर्देश भी दिए गए। जिला अस्पताल में उपचार के लिए मंगलवार को आए एक संदिग्ध मरीज की मौत हो गई। फस्र्ट विभाग की टीम ने युवक का कोरोना सैंपल लेकर जांच के लिए इंदौर लैब भेजा है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही शव परिजनों को सौंपा जाएगा।