कई साल से इंतजार
बाजना बस स्टैंड से वरोठ माता मंदिर तक बने फोरलेन के समय से सागोद ब्रिज को फोरलेन के हिसाब से करने की कवायद चल रही थी। छह साल पहले एस्टीमेट तैयार किया और 2021 में ड्राइंग डिजाइन भेजी गई थी। सारी प्रक्रिया, राशि का निर्णय आदि होने के बाद रेलवे इसमें ज्यादा रुचि नहीं लेने से फिर से अटक गया था। अब जाकर इसमें गति दिखाई दे रही है।बड़े वाहनों के लिए दिक्कत
ब्रिज से शिवगढ़ और बाजना के लिए भारी वाहनों की आवाजाही होती है। आमने-सामने बड़े वाहनों के होने से काफी परेशानियां झेलनी पड़ती है। जल्दबाजी में निकलने के चक्कर में दो पहिया वाहन चालक भी बीच में फंस जाते हैं।सागोद रोड रेलवे ब्रिज
कुल लागत – 19 करोड़ 48 लाखठेका गया – 19.49% बिलो रेट पर रतलाम के सागोद क्षेत्र के ब्रिज को लेकर तकनीकी समस्याएं थी। उसको ड्राइंग-डिजाइन से दूर किया है। अगले माह से निर्माण कार्य शुरू करेंगे। – विनीत गुप्ता, मुय प्रशासनिक अधिकारी, निर्माण, पश्चिम रेलवे