इन तमाम नियम व जांच के बाद भी वर्ष 2018 में 200 कर्मचारी व 2019 में 26 कर्मचारी शराब के सेवन के बाद ड्यूटी पर आए थे। यह खुलासा ब्रिथ एनालॉजर से हुई जांच के बाद हुआ था। अब नए नियम के बाद से वे कर्मचारी जो नियमित रूप से शराब का सेवन करते हैं उनके लिए ड्यूटी के दौरान नशा करना आसान नहीं होगा। पकड़ में आने पर नौकरी से बर्खास्तगी की तलवार लटकी रहेगी।
रेल परिचालन से सीधे रुप से जुडे़ कर्मचारी चालक, सहायक चालक व गार्ड की ड्यूटी के दौरान चार बार जांच होती है। पहली बार तब जांच होती है जब कर्मचारी ड्यूटी पर जाता है। इसके बाद ड्यूटी होती है, वहां पर पहुंचने पर ब्रिथ एनालॉइर मशीन से जांच की जाती है। इसके बाद जब फिर ड्यूटी पर लिया जाता है तो, फिर ड्यूटी को ऑफ किया जाता है तब जांच की जाती है।
– बीके गर्ग, मंडल मंत्री, वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ