असल में कुछ समय पूर्व आयुष मंत्रालय ने कोरोना से बचने व आंतरिक शक्ति बढ़ाने के लिए काढ़ा पीने की सलाह दी है। घर में तो इसकी व्यवस्था गिलोय, तुलसी आदि से हो रही है, लेकिन ट्रेन में इसको लेकर परेशानी आती है। इसलिए ही यात्री ट्रेन में तुलसी, काढ़ा, काली मिर्च के साथ अदरख वाली चाय की मांग कर रहे है। ट्रेन में पेंट्रीकार में काम करने वाले कर्मचारियों के अनुसार कुछ समय पूर्व तक यात्री मसाला वाली चाय मांगते थे लेकिन अब काढ़ा की मांग ही अधिक है।
रतलाम से दिल्ली राजधानी ट्रेन से पहुंचा हूं। काढ़ा से लेकर अदरख आदि नहीं था तो साथ लेकर जो तुलसी चला था वो ही देकर चाय बनवाई। रेवे को काढ़ा की व्यवस्था यात्रियों के स्वास्थ्य को देखते हुए करना चाहिए।
– मनोज पांडे, राजधानी ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्री
काढ़ा साथ लेकर चल रहे
यात्रियों की मांग को देखते हुए काढ़ा साथ लेकर चल रहे है। प्रतिदिन इसकी मांग बढ़ रही है। अब तो दूध वाली चाय सेअधिक काढ़ा यात्री मांग रहे है।
– राजकुमार पांडे, गोल्डन टेंपलमेल की पेंट्रीकार में काम करने वाले कर्मचारी