हिंदू पंचांग देखें तो इस बार चंद्र ग्रहण आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में लग रहा है। यह चंद्रग्रहण खंडग्रास चंद्र ग्रहण कहा जा रहा है। इस बार चंद्र ग्रहण का समय 3 घंटे का होगा। ग्रहणकाल में प्रकृति के भीतर कई तरह की नकारात्मक और हानिकारक किरणों का प्रभाव रहता है। लिहाजा इस दौरान कई ऐसे काम हैं जिन्हें नहीं करना चाहिए। लेकिन कुछ कार्यो को करने से लाभ भी होता है। ग्रहण के दौरान विभिन्न तरह के मंत्र जप करने से लाभ होता है।
– अगर दुश्मन परेशान कर रहे हो तो मां कालिका के मंत्रों का जप करना चाहिए।
– अगर कोर्ट में जीत चाहिए तो मां बगलामुखी की आराधना करना चाहिए।
– अगर कोई बीमारी से परेशान है तो बाबा महादेव के रुद्र स्वरुप की आराधना करना चाहिए।
– अगर धन का संग्रह नहीं होता है तो बाल त्रिपुर सुंदरी की आराधना करना चाहिए।
– अगर प्रेम में सफलता चाहिए तो इस रात श्रीकृष्ण व राधा के मंत्रों का जप करने से लाभ होता है।
– अगर विद्या में लाभ चाहिए तो इस रात मां सरस्वती के मंत्र जप करने से लाभ होता है।
– ग्रहण को कभी भी खुली आंख से नहीं देखना चाहिए।
– इसका आंखों पर बुरा असर पड़ता है।