यह भी पढे़ं – सावन में बाबा भोलेनाथ को प्रसन्न करने के आसान उपाय, एक भी कर लिया तो हो जाओगे मालामाल ज्योतिषी जोशी ने कहा कि वर्ष 2019 में दो बार चंद्र ग्रहण का योग है। पहला ग्रहण हो चूका है। अब 16 व 17 जुलाई की मध्यरात्रि 1 बजकर 32 मिनट से तड़के 4 बजकर 30 मिनट तक ग्रहण रहेगा। लंबे समय बाद श्रावण / सावन में ग्रहण का योग बन रहा है। इस बार ये योग होने से भारतीय राजनीति में बड़ी उठापटक वाला सिद्ध होगा। सबसे बड़ी उठापटक मध्यप्रदेश ( MADHYA PRADESH ) के साथ-साथ पश्चिम बंगाल ( WEST BANGAL ) में देखने को मिलेगी। यहां पर अचानक से सत्ता परिवर्तन अथवा मुख्यमंत्री के नाम में बदलाव होगा।
यह भी पढे़ं – Lunar eclipse 2019: हर राशि वाले जरूर करें ये काम, होगा बड़ा लाभ होंगे कई बडे़ आर्थिक घोटाले सामने ग्रहण के चलते इसका असर विभिन्न नेताओं या जनप्रतिनिधियों की कुंडली पर भी देखने को मिलेगा। कई बडे़ नेताओं के पूर्व के या कुछ समय पूर्व किए गए आर्थिक घोटाले सामने आएंगे। इससे कई राज्यों सहित केंद्र की सरकार को भी शर्मिंदगी का सामना करना होगा। इतना ही नहीं, देश के दो बडे़ नेताओं व राज्य के एक नेता की सेहत पर भी असर होगा। इसलिए ग्रहण के समय जहां तक हो ईष्ट आराधना करने से लाभ होगा।
यह भी पढे़ं – 149 वर्ष बाद बन रहा चंद्र ग्रहण पर दुर्लभ योग, आपकी राशि पर होगा इस तरह असर पंचांग के अनुसार इस दिन है चंद्र ग्रहण हिंदू पंचांग देखें तो इस बार चंद्र ग्रहण आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में लग रहा है। यह चंद्रग्रहण खंडग्रास चंद्र ग्रहण कहा जा रहा है। इस बार चंद्र ग्रहण का समय 3 घंटे का होगा। ग्रहणकाल में प्रकृति के भीतर कई तरह की नकारात्मक और हानिकारक किरणों का प्रभाव रहता है। लिहाजा इस दौरान कई ऐसे काम हैं जिन्हें नहीं करना चाहिए। लेकिन कुछ कार्यो को करने से लाभ भी होता है। ग्रहण के दौरान विभिन्न तरह के मंत्र जप करने से लाभ होता है। धर्म के साथ-साथ भारतीय ज्योतिष व पंचांग में चंद्र ग्रहण को काफी अहमियत दी गई है। इसको लेकर कई तरह की मान्यताएं भी हैं। इसलिए इस दौरान किए गए उपाय से लाभ मिलता है।