18 पाप की प्रवचन श्रंखला के अंतर्गत 15वें पाप पर-परिवाद के बारे में बताते हुए गुरुदेव प्रियदर्शन महाराज ने फरमाया की पर परिवाद का अर्थ है दूसरो की चर्चा। खुद की चर्चा करना धर्म है, दूसरो की चर्चा करना धर्म है। खुद की चर्चा करना पाप है दूसरो की चर्चा करना पाप है। भगवान ने ये कैसी विरोधाभास बताया लेकिन भगवान ने बताया तो इसमें कोई शक की गुंजाइश नहीं।
अपने स्वयं के दोषों की अवगुणों की चर्चा करना पूण्य है, अपनी कमी पर नजर पड़ जाए इससे बड़ी सौभाग्य की और कोई बात नहीं है। दूसरो के गुणों की चर्चा करना भी पूण्य है। कोई दूसरा आपको आपकी कमियां बताए आप नहीं माने और किंतु परंतु लगाए ये आपका दुर्भाग्य है। अपने गुणों की प्रशंसा करना पाप है दूसरो के अवगुणों की चर्चा करना भी पाप है। जिसमें योग्यता होती है उसे प्रदर्शन नहीं करना पड़ता है, लोग अपने आप आपकी योग्यता परख लेंगे। इस मौके पर बड़ी संख्या में धर्मालु उपस्थित थे।
रतलाम माहेश्वरी जिला सभा के जिलाध्यक्ष डागा निर्वाचित
रतलाम जिला माहेश्वरी सभा के निर्वाचन माहेश्वरी भवन कसारा बाजार रतलाम में अध्यक्ष नियुक्त पर्यवेक्षक वासुदेव काबरा व निर्वाचन अधिकारी गोपाल काकानी की उपस्थिति में हुए। जिसमें अध्यक्ष सुनील डागा रतलाम, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश झंवर, हरि गोपाल सारडा, सचिव कमलनयन राठी, कोषाध्यक्ष नरेन्द्र माहेश्वरी, संगठन मंत्री प्रकाश राठी सुखेड़ा, सहसचिव राजेश मुंदड़ा बड़ावदा, प्रकाश सोमानी सरवन एवं प्रचार मंत्री गोविन्द झंवर को निर्वाचित किए। साथ ही कार्यकारिणी का गठन कर अखिल भारतीय महासभा के प्रेम नारायण मालपानी सहित 9 प्रतिनिधि एवं प्रकाश मेहरा, रामचन्द्र डारिया, जितेन्द्र तोपनीवाल, नरेन्द्र गेलड़ा, विजय असावा, प्रहलाद मालानी, मांगीलाल अजमेरा, प्रहलाद मंडोवरा एवं अविनाश लढ्ढा प्रदेश सभा हेतु चुने गए। इस मौके पर शैलेन्द्र डागा अध्यक्ष माहेश्वरी समाज, माधवदास काकानी, मांगीलाल अजमेरा एवं प्रकाश मेहरा ने भी संबोधित किया। निर्वाचन सम्पन्न होने के पश्चात पॉलीथिन का उपयोग नहीं करने की समाजजनों द्वारा शपथ ली गई।