रेलवे अधिकारियों के अनुसार पहले इसका निर्माण चेन्नई में किया जाना प्रस्तावित था, लेकिन मैकेनिकल विभाग ने मंडल में ही निमार्ण को लेकर सहमति जताई, इसके बाद यह कार्य रतलाम मंडल को मिला। परेल वर्कशॉप ने इसकी पूरी रूपरेखा बनाई और महू में निमार्ण शुरू किया गया। अब सफर को और आकर्षक बनाने के लिए विस्टाडोम कोच लगाए जाएंगे। इस समय इसमें दो स्तर के डिब्बे लगे हैं। एक वीआईपी स्तर के हैं तो दूसरे सामान्य यात्रियों के लिए हंै। देश की पहली विस्टाडोम डिब्बे वाली ट्रेन 25 दिसंबर 2019 में कालका-शिमला रेलपथ पर चलना शुरू हुई थी। अब मार्च से यह सुविधा मंडल में भी मिलने लगेगी। बन रहे डिब्बों में प्रत्येक की लागत 40 लाख रुपए के करीब होगी।
मंडल के डॉ. अंबेडकर नगर स्थित वर्कशॉप में विस्टाडोम स्तर के डिब्बों का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। पहला डिब्बा मार्च माह तक बनकर तैयार हो जाएगा। प्रत्येक डिब्बे में लागत करीब 40 लाख रुपए की आएगी। डिब्बा प्राप्त होते ही इसे हैरिटेज ट्रेन में लगा दिया जाएगा।
– विनित गुप्ता, मंडल रेल प्रबंधक, रतलाम रेल मंडल