Religion Tips नौकरी में प्रमोशन पाने के पांच अचूक ज्योतिषीय उपाय
नौकरी में प्रमोशन हर कोई चाहता है। इसके लिए तरह तरह के उपाय किए जाते है। लेकिन भारतीय ज्योतिष में पांच इस तरह के अचूक उपाय बताए गए है जो किसी वरदान से कम नहीं है। इन उपाय को करने से बड़ा लाभ होता है व प्रमोशन के रास्ते खुल जाते है।
Five sure astrological ways to get a job promotion
रतलाम। नौकरी में प्रमोशन हर कोई चाहता है। इसके लिए तरह तरह के उपाय किए जाते है। लेकिन भारतीय ज्योतिष में पांच इस तरह के अचूक उपाय बताए गए है जो किसी वरदान से कम नहीं है। इन उपाय को करने से बड़ा लाभ होता है व प्रमोशन के रास्ते खुल जाते है। यह बात रतलाम के प्रसिद्ध ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने कही। वे नौकरी में प्रमोशन के पांच अचूक उपाय के बारे में बता रहे थे।
14 जनवरी की रात सूर्य जाएगा मकर राशि में, अशुभ फल यह करने से दूर होंगे रतलाम के प्रसिद्ध ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने बताया कि नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को हर साल पदोन्नति और वेतन वृद्धि का इंतज़ार रहता है। सालभर बेहतर प्रदर्शन और मेहनत करने पर प्रमोशन और सैलरी इंक्रीमेंट मिलने से नौकरी करने वाला हर व्यक्ति खुश होता है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जॉब कर रहे जातकों को उनकी मेहनत का फल नहीं मिलता है। उनके प्रमोशन में किसी न किसी प्रकार की रुकावट या बाधा देखने को मिलती है। ऐसे लोगों के लिए वैदिक ज्योतिष में नौकरी में तरक्की के उपाय बताए गए हैं। इन उपायों के माध्यम से नौकरी कर रहे जातक आसानी से अपनी मेहनत का फल प्रमोशन और इंक्रीमेंट के रूप में प्राप्त कर सकते हैं।
VIDEO ट्रेन पर जमकर पथराव, ट्रेन अंधेरे में रखकर ले गया चालकपहले समझे ज्योतिष को आसान शब्द में – रतलाम के प्रसिद्ध ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने बताया कि वैदिक ज्योतिष में दशम भाव कर्म का भाव होता है। इस भाव से हमें नौकरी और व्यवसाय का बोध होता है। इसके अलावा दशम भाव और दशम भाव का स्वामी सांसारिक जीवन में हमारे प्रदर्शन के बारे में सूचित करता है।
– रतलाम के प्रसिद्ध ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने कहा कि वैदिक ज्योतिष के अनुसार कई ग्रह दशम भाव के लिए लाभकारी होते हैं और शुभ फल देते हैं। इनमें सूर्य कार्य क्षेत्र में हमारे लक्ष्य और महत्वाकांक्षा का कारक होता है। मंगल ग्रह हमारी व्यावसायिक आकांक्षा की पूर्ति के लिए ऊर्जा प्रदान करता है और बेहतर प्रयासों के लिए प्रेरित करता है।
– रतलाम के प्रसिद्ध ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने बताया कि वहीं बुध ग्रह बुद्धि और ज्ञान का कारक होता है इसलिए बुध के प्रभाव से कार्य क्षेत्र में उन्नति मिलती है। बृहस्पति यानि गुरु की कृपा से नौकरी और व्यवसाय में कई अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं।
– रतलाम के प्रसिद्ध ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने कहा कि इसके साथ ही करियर के क्षेत्र में बढ़ोत्तरी होती है। इसके अलावा शनि देव जिन्हें कर्म अधिकारी कहा जाता है। वे हर मनुष्य को उसके कर्म के आधार पर शुभ फल और दंड देते हैं।
चंद्रग्रहण 2020 : भूलकर मत करना यह 5 काम, यह 2 तो बिल्कुल मत करनाइसलिए देर से मिलता है प्रमोशन रतलाम के प्रसिद्ध ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने बताया कि कुंडली में दशम भाव के स्वामी और दशम भाव के पीडि़त रहने से हमारी प्रोफेशनल लाइफ में परेशानियां आती हैं। जब कोई क्रूर ग्रह दशम भाव में स्थित रहकर अशुभ फल देता है तो इसके परिणामस्वरुप नौकरी और व्यवसाय में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जॉब मिलने में देरी, नौकरी से निकाला जाना, पदोन्नति नहीं होना, जॉब को लेकर असंतुष्ट रहना और करियर में तमाम तरह की परेशानी देखनी पड़ती है। जन्म कुंडली के अध्ययन से इस बात का पता लगाया जा सकता है।
– यदि जातक विभिन्न ग्रहों के दुष्प्रभाव से पीडि़त रहता है तो भी नौकरी में परेशानी आती है। इसके निराकरण लिए घर पर नवग्रह हवन या मंदिर में नवग्रह अभिषेक करवाना चाहिए। इसके प्रभाव से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। नवग्रह हवन व अभिषेक से राहु-केतु के दोषों से भी मुक्ति मिलती है।
– सूर्योदय के समय सूर्य देव को जल चढ़ाएं और गायत्री मंत्र या सूर्य मंत्र का जप करें। ऐसा करने से व्यावसायिक जीवन में उन्नति होती है। सूर्य के प्रभाव से मिलने वाली सकारात्मक ऊर्जा मनुष्य को जीवन में आने वाली कठिनाइयों से लडऩे की शक्ति प्रदान करती है। इसके प्रभाव से आपको कार्य स्थल पर अपने वरिष्ठ सहकर्मियों और अधिकारियों के साथ तालमेल बनाकर चलने में मदद मिलेगी।
– शनिवार के दिन शनि मंदिर में तेल का दीया जलाने से भी नौकरी में आ रही परेशानियां दूर होती है। शनि मंत्र का जप करने से शनि से संबंधित दुष्प्रभाव कम होते हैं। शनि देव की कृपा से मिलने वाली सकारात्मक ऊर्जा से हमारी प्रोफेशनल लाइफ में एक नई ऊर्जा का संचार होता है।
– वे लोग जो व्यवसाय करते हैं उनके लिए व्यापार वृद्धि यंत्र एक वरदान है। इस यंत्र को अपने कार्य स्थल या ऑफिस में स्थापित करें। इस यंत्र के सकारात्मक प्रभाव से धन लाभ, संतुष्टि व आर्थिक हानि का संकट दूर होता है। साथ ही बिजनेस में पार्टनरशिप और व्यवसाय के विस्तार में मदद मिलती है।
– उत्तर दिशा जल, नीला, काला और बैंगनी रंग का प्रतिनिधित्व करती है। ऐसे में यदि उत्तर दिशा में पानी का कंटेनर, फुव्वारा, एक्वेरियम और विभिन्न रंगों की मछली व अन्य समुद्री जीव रखना, साथ ही उत्तर दिशा में दीवार पर नीला या काला चित्र लगाना प्रोफेशनल लाइफ के लिए बहुत ही लाभकारी होता है।